Abu Qatal Death: 2008 के मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफ़िज़ सईद से गहरे संबंध रखने वाले कुख्यात आतंकवादी अबू क़ताल को पाकिस्तान में मार गिराया गया है. क़ताल, जिसे क़ताल सिंधी के नाम से भी जाना जाता है, 2017 के रियासी बम विस्फोट और 2023 में जम्मू-कश्मीर में तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर हुए हमले सहित कई हाई-प्रोफाइल हमलों में शामिल था.
कताल जिस वक्त अपनी कार में सफर कर रहा था, उसी वक्त दो अज्ञात हमलावरों ने उसे गोली मार दी. उसकी मौत से भारतीय एजेंसियों के जरिए लंबे समय से की जा रही तलाश का खात्मा हो गया है, जो सालों से उसकी गतिविधियों पर नज़र रख रही थी. कताल भारत की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल था.
2017 में रियासी बम हमले में कताल की भूमिका थी. जिसमें बेगुनाह नागरिकों को निशाना बनाया गया था. इसके अलावा, वह 9 जून, 2023 को रियासी में शिव खोरी मंदिर के पास एक बस पर हुए घातक हमले के पीछे भी कताल का हाथ था. इस हमले में कई लोगों की जान चली गई थी.
हाफ़िज़ सईद के एक भरोसेमंद सहयोगी, कटल को लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का मुख्य ऑपरेशनल कमांडर नियुक्त किया गया था. उसके नेतृत्व में, LeT ने जम्मू-कश्मीर में कई आतंकी ऑपरेशन किए थे.
रईसी के अलावा कताल का हाथ कई दूसरे हमलों में भी रहा था. जनवरी 2023 में जम्मू-कश्मीर के राजौरी और डांगरी में हुए आतंकी हमलों में उसने अहम भूमिका निभाई थी, जिसमें बच्चों समेत आम लोगों को निशाना बनाया गया था. एनआईआए ने इन हमलों में शामिल होने के लिए कताल का नाम अपनी चार्जशीट में शामिल किया था.
पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (पीओजेके) के कोटली जिले में खुरेटा लॉन्च पैड से काम करने वाला कताल, लश्कर-ए-तैयबा के सबसे अहम कमांडर्स में एक था. कताल ने राजौरी और पुंछ इलाकों में लश्कर के आतंकवादियों की घुसपैठ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसमें हथियारों और गोला-बारूद की आपूर्ति के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया.