Houthis: यमन के हूतियों ने इजराइल पर एक बार फिर जोरदार हमला किया है. संगठन लगातार इजराइल पर हमले करता रहता है और एक बार फिर उसने ऐसा किया है. ईरान समर्थित यमन के हूती विद्रोहियों ने रविवार को कहा कि उन्होंने बीते 24 घंटों में इज़राइल के केंद्रीय हिस्से, जाफा शहर पर कई बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं. ऐसा कहा जा रहा है कि ईरान ने खुद के लिए अपनी प्रॉक्सीज को भी एक्टिव कर दिया है.
उन्होंने दावा किया कि यह हमला ईरान के साथ मिलकर किया गया, जबकि इज़राइल और ईरान के बीच मिसाइल हमलों का सिलसिला जारी है. इजराइल ने ईरान की न्यूक्लियर साइट, साइंटिस्ट और सेना के अफसरों को निशाा बनाया था.
हूती गुट ने कहा कि वे ग़ाज़ा में चल रहे इज़राइल-हमास जंग के दौरान फ़िलिस्तीनियों के समर्थन में इज़राइल पर हमले कर रहे हैं. हालांकि, उनके अधिकतर हमलों को इज़राइली डिफेंस सिस्टम ने बीच में ही रोक लिया है. जब से इजराइल और हमास की जंग की शुरुआत हुई है, तभी से हूति लगातार इजराइल को निशाना बनाते आ रहे हैं.
लाल सागर में भी हूति इजराइली नावों को गुजरने नहीं दे रहे हैं. उनका कहना है कि जब तक इजराइल गाजा में हमले करता रहेगा, तब तक वह निशाना बनाना नहीं छोड़ेंगे. कहा जाता है कि हूतियों को ईरान का समर्थन प्राप्त है और वह एक प्रॉक्सी की तरह काम करता है. वहीं लेबनान में हिजबुल्लाह भी ईरान के समर्थन से ही चल रहा है.
जब हमास के साथ जंग की शुरुआत जब से हुई है तभी इस ईरान की प्रॉक्सी हिजबु्ल्लाह और हूति हाईली एक्टिव हैं. माना जाता है कि हमास को भी ईरान से ही हथियार मिलते हैं. कई वजहों से में से एक वजह यह भी है जिसकी वजह से इजराइल का ईरान के साथ 36 का आंकड़ा है.