Houthis Attack Israel: यमन के हूती विद्रोही गुट ने कहा है कि उन्होंने इज़राइल पर एक बार फिर से ड्रोन हमले किए हैं, जबकि एक दिन पहले ही उन्होंने अमेरिका के साथ सीजफायर समझौता किया था. हालांकि, हूतियों का कहना है कि यह समझौता उनके इज़राइल के खिलाफ जारी ऑपरेशन पर लागू नहीं होता है.
बुधवार को हूती गुट के प्रवक्ता यह्या सरीअ ने अपने टीवी चैनल अल-मसीरा पर एक बयान में बताया कि उन्होंने साउथ इज़राइल के रेमन एयरपोर्ट की ओर दो ड्रोन और तेल अवीव में एक अहम ठिकाने की ओर एक और ड्रोन भेजा है. हालांकि, उन्होंने इन हमलों के नतीजों और यह किस वक्त किए गए इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी. हूती टीवी ने बताया कि ये हमले पिछले 24 घंटों में हुए हैं.
इसी दिन इज़राइली डिफेंस फोर्स ने कहा कि उन्होंने पूर्व दिशा से आ रहे एक ड्रोन को मार गिराया है, जो मुमकिन है कि यमन से आया था. हूती ड्रोन हमले ऐसे वक्त पर हुए हैं जब एक दिन पहले ही इज़राइली एयरफोर्स ने यमन में हूतियों के कब्ज़े वाले सना इंटरनेशनल एयरपोर्ट और होडेदा पोर्ट पर ज़बरदस्त हवाई हमले किए थे. इन हमलों में भारी नुकसान हुआ था.
मंगलवार को अमेरिका और हूती विद्रोहियों के बीच ओमान की मध्यस्थता से एक समझौता हुआ था, जिसमें दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर हमले रोकने पर सहमति जताई थी. लेकिन, हूती गुट का कहना है कि वे गज़ा पर इज़राइल की कार्रवाई और फिलिस्तीनियों पर लगे प्रतिबंध खत्म होने तक इज़राइल पर हमले जारी रखेंगे. अमेरिका ने कहा है कि वह रेड सी (लाल सागर) में हूतियों पर हवाई हमले अब रोक देगा, क्योंकि हूती गुट ने वहां जहाजों पर हमले बंद करने पर सहमति दी है.
यह ऐलान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के साथ बैठक के दौरान किया. उसी दिन इज़राइल ने दावा किया कि उसने यमन के मेन एयरपोर्ट को पूरी तरह तबाह कर दिया है, जिसमें 3 नागरिक विमान तबाह हो गए हैं.