Uttar Pradesh News Today: सशोधित वक्फ कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन का दायरा बढ़ता जा रहा है. इतवार (29 जून) को बिहार की राजधानी पटना में 'वक्फ बचाओ, संविधान बचाओ' सम्मेलन का आयोजन किया गया. जिसमें बिहार के अलावा पश्चिम बंगाल, झारखंड, उड़ीसा समेत अन्य राज्यों के लाखों लोग पहुंचे. इस भीड़ ने केंद्र सरकार की बेचैनी बढ़ा दी है. बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादन ने कहा कि बिहार में उनकी सरकार बनी तो इस कानून को कूडे़दान में फेंकने का काम करेंगे.
RJD नेता तेजस्वी यादव के बयान 'वक्फ बचाओ, संविधान बचाओ' सम्मेलन की भीड़ ने सरकार की नींद उड़ा दी. उनके इस बयान पर सियासी पारा हाई हो गया और बीजेपी नेता सुधांशु तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की. वहीं, अब सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने सुधांशु त्रिवेदी के बयान पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि सुधांशु त्रिवेदी बहुत ज्ञानी शख्स हैं. वह रोज नए-नए शब्द लेकर आते हैं, वह जो बात बोल रहे हैं. वह बात मैं दो महीने पहले कह चुका हूं.
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने तेजस्वी यादव के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि उनकी जो असरदार कानून बनाने की कोशिश है, जिस दिन हमारी सरकार आएगी, इसे एक घंटे में ठीक कर देंगे. उन्होंने एनडीए की अगुवाई वाली मोदी सरकार पर संविधान की धारा 14, 24, 25 का खुला उल्लंघन करने का आरोप लगाया. केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके जरिये किए गए काम परमानेंट नहीं है.
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का बचाव करते हुए इमरान मसूद ने कहा कि उन्होंने ऐसा कुछ भी नहीं कहा है, जिस पर इतना बवाल किया जा रहा है. कांग्रेस सांसद ने कहा कि इमारत-ए- शरिया ने जो रैली की थी, उसमें मैं भी मौजूद था. वक्फ संपत्तियों को कब्जा करने और उन्हें बर्बाद करने के लिए जो कानून लाया गया है, उसे हम बदल देंगे. इमरान मसूद ने आगे कहा कि वक्फ बिल को लेकर हमने पार्लियामेंट की कमेटी में भी यह बात रखी थी, लेकिन वहां हमारी बात नहीं सुनी गई. वक्फ कानून के खिलाफ हम लोगों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिकाएं भी दायर की हैं.
जेडीयू और टीडीपी पर निशाना साधते हुए इमरान मसूद ने कहा, "बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव है. ऐसे में उन लोगों को पहचान लीजिये जो भेड़िये की बकरी की खाल में बकरी के झुंड में शामिल हैं. बकरी की खाल पहन कर हमारे साथ हमारे हमदर्द बनकर आते हैं, ऐसे लोगों को पहचानने की जरूरत है." उन्होंने कहा, "नीतीश कुमार हो या चंद्रबाबू नायडू क्या इन्होंने मुसलमानों का वोट नहीं लिया है."
सहारनपुर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा,"लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू की पार्टी मुसलमान के दम जीती और फिर इन्होंने रंग बदल लिया. वे अब बीजेपी का दामन थामकर सरकार चला रहे हैं. केंद्र में मुसलमानों के बलबूते सरकार बनी. इसलिए ऐसे लोगों को पहचानने की जरुरत है." बीजेपी के उत्तर प्रदेश में अल्पसंख्यों को कार्यक्रमों पर तंज कसते हुए इमरान मसूद ने कहा, "यह सब तनखा वाले हैं. इनको तनख्वाह मिलती है, इसलिए यह सब बात करते हैं. अल्पसंख्याकों के लिए इतना काम किया होता तो फिर क्या था."
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