India Pakistan Tension: पहलगाम आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है. एक तरफ पाकिस्तान भारत को युद्ध और परमाणु हमले की धमकी दे रहा है, वहीं दूसरी तरफ भारत ने भी कमर कस ली है और आतंकवाद को जड़ से खत्म करने की कसम खाई है. इस बीच भारत के गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों के सीएम को आदेश दिया है कि वे अपने राज्यों में आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए जनता को ट्रेंड करें, ताकि किसी को कोई नुकसान न पहुंचे. इस आदेश के बाद माना जा रहा है कि भारत कभी भी पाकिस्तान पर हमला कर सकता है.
वहीं, भारत-पाकिस्तान युद्ध (India Pakistan War 2025) की संभावनाओं के बीच सोशल मीडिया पर एक चौंकाने वाला दावा किया जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि अगर भारत पाकिस्तान पर हमला करता है तो तुर्की पाकिस्तान का साथ देगा और दोनों मिलकर भारत के खिलाफ लड़ेंगे. इतना ही नहीं दावा तो यहां तक किया जा रहा है कि अगर भारत पाकिस्तान पर हमला करता है तो मुस्लिम देश भारत के खिलाफ मिलकर हमला करने की योजना बना रहे हैं. इन अफवाहों ने लोगों के मन में कई सवाल खड़े कर दिए हैं, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या वाकई तुर्की और पाकिस्तान भारत के साथ युद्ध लड़ने जा रहे हैं या यह महज अफवाह है? आइए जानते हैं.
क्या है पाकिस्तान-तुर्की की दोस्ती का सच?
पिछले कुछ सालों में पाकिस्तान और तुर्की के बीच दोस्ती काफी मजबूत हुई है. तुर्की कई बार कश्मीर के मुद्दे पर भारत के खिलाफ जहर उगल चुका है. राष्ट्रपति राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोगन ने कई बार कश्मीर का मुद्दा अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाया है, जिसे लेकर भारत ने कड़ी नाराज़गी भी जताई. हाल के दिनों में दोनों देशों के बीच बड़े रक्षा सौदे भी हुए हैं और दोनों ने रक्षा समझौतों और सैन्य तकनीक के आदान-प्रदान पर भी काम किया है. तुर्की ने पाकिस्तान को आधुनिक ड्रोन और मिसाइल सिस्टम देने की बात कही है.
तुर्की के मन है ऐब
भारत तनाव के बीच तुर्की ने अपनी वायुसेना के बड़े अधिकारियों को पाकिस्तान भेजा था. अब तुर्की ने अपना एक युद्धपोत भी पाकिस्तान भेजा है. हालांकि तुर्की ने कहा है कि ये दौरा भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव से जुड़ा नहीं है. लेकिन पाकिस्तान इसे एक खास संदेश की तरह पेश कर रहा है. तुर्की का ये युद्धपोत, जिसका नाम टीसीजी बुयुकाडा है, इस वक्त पाकिस्तान के कराची बंदरगाह पर पहुंचा है. पाकिस्तान ने कहा है कि यह यात्रा दोनों देशों के बीच दोस्ती और समुद्री सहयोग बढ़ाने के लिए की गई है लेकिन तुर्की के युद्धपोत के पाकिस्तान पहुंचने के समय और इसके मकसद को लेकर सवाल उठ रहे हैं. यही वजह है कि सोशल मीडिया पर यूजर्स दावा कर रहे हैं कि भारत के खिलाफ तुर्की और पाकिस्तान मिलकर युद्ध लड़ेंगे.
क्या है हकीकत?
दरअसल, तुर्की और पाकिस्तान इस वक्त अपने-अपने आंतरिक संकट से जूझ रहे हैं. पाकिस्तान आर्थिक संकट, राजनीतिक अस्थिरता और आतंकवाद जैसी गंभीर चुनौतियां से जूझ रहा है, जबकि तुर्की भी अर्थव्यवस्था कमजोर है और घरेलू विरोध से घिरा हुआ है. ऐसे हालात में दोनों देशों के लिए भारत जैसे सैन्य महाशक्ति से जंग छेड़ना सिर्फ कोरी कल्पना ही हो सकता है.
भारत है तैयार?
भारत दुनिया की सबसे बड़ी और ताकतवर सेनाओं में से एक है. इसकी कूटनीतिक पकड़ भी मजबूत है. अमेरिका, रूस, फ्रांस, इजरायल और अरब देशों के साथ भारत के अच्छे संबंध हैं. फिलहाल तुर्की और पाकिस्तान की तरफ से भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने की कोई आधिकारिक योजना या संकेत नहीं है. ये सिर्फ सोशल मीडिया पर चल रही अफवाहें हैं. भारत अपनी ताकत और रणनीति के दम पर हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है.