Iran Nuclear Talk: ईरान के विदेश मंत्री सैय्यद अब्बास अराकची ने कहा है कि अमेरिका के साथ बातचीत फिर से शुरू करने को लेकर अब तक कोई वादा या समझौता नहीं हुआ है. यह बयान ईरान पर इज़राइल और अमेरिका के जरिए किए गए हमलों के बाद बढ़े तनाव के बीच आया है.
सरकारी टीवी चैनल IRIB को दिए इंटरव्यू में अराकची ने गुरुवार को कहा कि बातचीत दोबारा शुरू करने की संभावना पर बातचीत की जा रही है, लेकिन यह तब ही होगा जब ईरान के राष्ट्रीय हित सुरक्षित होंगे. उन्होंने कहा कि हमारा हर फैसला सिर्फ ईरान के हितों के आधार पर होगा. अगर हमें लगे कि बातचीत में हमारे हित हैं, तो हम इस पर सोचेंगे. लेकिन फिलहाल न कोई बातचीत हुई है और न ही कोई वादा किया गया है.
अराकची ने आरोप लगाया कि पिछली बातचीत के दौरान अमेरिका ने ईरान को धोखा दिया. अराकची ने पुष्टि की कि ईरानी संसद के जरिए एक कानून पास किया गया है जो संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था IAEA के साथ सहयोग को निलंबित करता है. उन्होंने कहा कि यह कानून अब जरूरी है और इस पर अमल होगा.
अराकची ने कहा कि इज़राइल के साथ 12 दिन चली जंग में भारी नुकसान हुआ है. अब ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था नुकसान का आंकलन कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार अब इज़राइल से हर्जाने की मांग करने पर विचार कर रही है.
13 जून को इज़राइल ने ईरान में कई सैन्य और परमाणु ठिकानों पर हवाई हमले किए, जिनमें कई सीनियर कमांडर, परमाणु वैज्ञानिक और आम नागरिक मारे गए. यह हमले उस समय हुए जब ईरान और अमेरिका के बीच 15 जून को ओमान की राजधानी मस्कट में बातचीत फिर से शुरू होने की संभावना थी.
ईरान ने इज़राइल पर मिसाइल और ड्रोन से हमले किए, जिसमें जान-माल का नुकसान हुआ. शनिवार को अमेरिकी वायु सेना ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों पर हमला किया. इसके जवाब में सोमवार को ईरान ने क़तर स्थित अमेरिकी अल-उदीद एयरबेस पर मिसाइलें दागीं. हालांकि अब दोनों के बीच सीजफायर हो गया है.