Israel Attack Iran: इजराइल और ईरान के बीच जारी संघर्ष से मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ता जा रहा है. हालिया कुछ घंटों के अंदर दोनों देशों ने एक दूसरे पर हमला तेज कर दिया है. सोमवार (16 जून) को अमेरिकी राजदूत माइक हकाबी ने बताया कि ईरानी मिसाइल हमलों की वजह से इजराइल स्थित अमेरिकी दूतावास को हल्का-फुल्का नुकसान हुआ है, हालांकि किसी भी अमेरिकी कर्मचारी को कोई चोट नहीं आई.
मौजूदा स्थिति को देखते हुए इजराइल में अमेरिकी दूतावास और वाणिज्य दूतावास को एक दिन के लिए बंद रखने के आदेश दिए गए है और सभी को सुरक्षित स्थानों पर रहने को कहा गया है. राजदूत हकाबी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर जानकारी दी कि तेल अवीव में दूतावास की एक शाखा के पास हुए ईरानी मिसाइल हमले से मामूली नुकसान हुआ है, लेकिन अमेरिकी कर्मियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.
दूसरी ओर ईरान में नागरिकों की मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इजराइली हवाई हमलों की लगातार चार रातों के बाद कम से कम 230 लोग मारे गए हैं, जिनमें से लगभग 95 फीसदी से ज्यादा आम लोग हैं, जिनमें से ज्यादातर महिलाओं और बच्चों की संख्या है. इजराइल की नेतन्याहू सरकार की जिद ने दुनिया को दो धड़ों में बांच दिया है.
बढ़ती मौतों और वैश्विक स्तर पर तनाव कम करने की अपीलों के बावजूद इजराइल अपनी जिद पर अड़ा है और वह लगातार ईरान के कई शहरों पर हमले कर रहा है. जिसमें बड़ी संख्या में आम लोग प्रभावित हैं. यहूदी देश के रवैये को देखते हुए तेहरान ने भी युद्धविराम पर बातचीत को सिरे से खारिज कर दिया है. कतर और ओमान के मध्यस्थों को कथित तौर पर ईरानी अधिकारियों ने बताया है कि सार्थक बातचीत तभी संभव होगी जब ईरान इजराइल के पहले के हमलों का अपना पूरा सैन्य जवाब दे देगा और इजराइल के हमले बंद नहीं होंगे.
इस बीच इजराइल ने ईरान के महत्वपूर्ण सैन्य और परमाणु ठिकानों पर हमला कर बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने में बड़ी सफलता का दावा किया है. इजराइली अधिकारियों का कहना है कि हाल के हमलों में कई उच्च पदस्थ ईरानी सैन्य कमांडर और परमाणु वैज्ञानिक मारे गए हैं. रात भर चले हमले में इजराइली सेना ने तेहरान में 80 से अधिक ठिकानों पर हमला किया.
अपने हमलों को परमाणु और सैन्य प्रतिष्ठानों से आगे बढ़ाते हुए इजराइल ने महत्वपूर्ण तेल डिपो और सरकारी सुविधाओं को भी निशाना बनाया. रविवार को तेहरान में दो प्रमुख ईंधन डिपो इजराइली हवाई हमलों में नष्ट हो गए, जबकि तेल समृद्ध खुजेस्तान प्रांत के अहवाज पर भी हमले हुए. इजराइली सेना ने तेहरान के पुलिस और रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय के साथ-साथ इस्फहान शहर में एक प्रमुख रक्षा-संबंधी स्थल को भी निशाना बनाया.