Iran Loss in War: इजराइल और ईरान के बीच जंग रुक गई है, बीती सुबह दोनों के बीच सीजफायर हो गया है. सूत्रों के मुताबिक इस जंग को रोकने की मांग इजराइल की तरफ से की गई थी. हालांकि, इसमें दोनों पक्षों का भारी नुकसान हुआ है. ईरान ने अपने सैकड़ों लोगों को इजराइल के खिलाफ जंग में गवाया है. आइये जानते हैं कि ईरान का इस जंग में कितना नुकसान हुआ है?
इस्राइली हमलों में ईरान में अब तक 600 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. ईरान के स्वास्थ्य मंत्री मोहम्मद रज़ा ज़फ़रकंदी ने मंगलवार को बताया कि इस्राइली सेना के हमलों में अब तक 606 ईरानी नागरिक मारे जा चुके हैं. इनमें से 100 से ज़्यादा लोगों की मौत पिछले 24 घंटे में ही हुई है. उन्होंने बताया कि 13 जून से शुरू हुए इस युद्ध में कुल 5,332 लोग घायल हुए हैं.
मंत्री ने बीते रोज कहा कि पिछले 24 घंटे ईरान के लिए सबसे खतरनाक रहे, जब 107 लोग मारे गए और 1,342 घायल हुए, इससे पहले कि मंगलवार सुबह युद्धविराम (सीज़फायर) लागू हो गया. उन्होंने बताया कि मरने वालों में से 95% लोग मलबे में दबकर मारे गए, जबकि बाकी 5% की मौत अस्पताल में हुई. पिछले दो हफ्तों में खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय को तीन अस्पतालों को खाली कराना पड़ा ताकि मरीजों की जान बचाई जा सके.
मंत्री ने कहा कि ज़ायोनी शासन (इस्राइल) ने 13 जून को बिना किसी उकसावे के ईरान पर हमला शुरू किया. इन हमलों में ईरान के परमाणु, सैन्य और रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया गया. इसमें वरिष्ठ सैन्य अधिकारी, परमाणु वैज्ञानिक और आम नागरिक मारे गए. ईरान की सेना ने तुरंत जवाबी कार्रवाई शुरू की. इस्लामी रिवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) की एयरोस्पेस फोर्स ने "ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस III" के तहत इस्राइल के कब्ज़े वाले इलाकों में 22 बार मिसाइल हमले किए, जिससे वहां भारी नुकसान हुआ.
वहीं बात करें इजराइल की तो रिपोर्ट्स के मुताबिक इजराइल में 63 लोगों की मौत हुई है और कई बिल्डिंग्स को भारी नुकसान हुआ है. हालांकि इजराइल पर असल आंकड़ा छिपाने का इल्जाम भी लगता आया है. इजराइल में कई दिनों तक लोगों को बंकर में रहना पड़ा और दफ्तर बंद रहे. जिसकी वजह से आर्थिक नुकसान भी काफी हुआ है.