Iran Passed a Bill: ईरान की ताकतवर गार्जियन काउंसिल ने गुरुवार को एक कानून को मंजूरी दी है, जिसके तहत ईरान अब युनाइटेड नेशन्स की परमाणु निगरानी संस्था, इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी (IAEA) से मिलने वाली मदद को निलंबित कर देगा. ईरान के इस फैसले के कई मतलब निकाले जा रहे हैं. जिसमें से एक यह भी है कि ईरान ये नहीं चाहता है कि कोई उसके परमाणु प्रोग्राम की निगरानी करे.
यह प्रस्ताव अब ईरान के राष्ट्रपति मसरूद पेजेशकियान को आखिरी मंजूरी के लिए भेजा गया है. ईरान के प्रवक्ता हादी तहान नज़ीफ ने कहा कि यह कदम ईरान की राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का पूरा सम्मान सुनिश्चित करेगा... खासकर यूरेनियम इनरिचमेंट (uranium enrichment) के मामले में.
- दो हफ्ते पहले अंतरराष्ट्रीय परमाणु निगरानी संस्था (IAEA) ने ईरान पर परमाणु समझौतों का पालन न करने का आरोप लगाते हुए एक प्रस्ताव पास किया था.
- इसके जवाब में ईरान ने इस संस्था से सहयोग निलंबित करने का फैसला किया है.
- इसका मतलब है कि अब संयुक्त राष्ट्र के निरीक्षकों को ईरान के परमाणु संयंत्रों — फोर्दो (Fordow), इस्फहान (Isfahan) और नतांज (Natanz) — में एंट्री नहीं मिल पाएगी.
बता दें, बीते रविवार अमेरिका ने इन तीनों यूरेनियम फैसिलिटीज पर बमबारी की थी. इसके बाद यह मामला सामने आया था कि ईरान ने अपने करीब 400 किलो हाई इनरिच यूरेनियम का क्या किया?
रविवार के हमले से पहले की सैटेलाइट तस्वीरों में फोर्दो संयंत्र के बाहर गाड़ियों की लंबी कतार देखी गई थी. कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि ईरान ने इन्हीं वाहनों की मदद से यूरेनियम और दूसरे परमाणु उपकरणों को कहीं और छिपा दिया.
हालांकि अमेरिका का कहना है कि उन्होंने फोर्दो में यूरेनियम स्टॉक को तबाह कर दिया है. ट्रंप ने कहा था कि जो गाड़ियां दिखाई दीं वह केवल मजदूरों की थीं, जो ढांचे को ढकने का काम कर रहे थे. कुछ भी बाहर नहीं ले जाया गया.