Iran and Yemen Houthis: ईरान पर हमेशा से इल्जाम लगते आए हैं कि वह अपनी प्रॉक्जी यानी हूती और हिजबुल्लाह के जरिए जंग लड़ता है और वह इन संगठनों को हथियार देने का काम करता है. हालांकि, अब ईरान का इस मसले में खुद बयान आया है.
दरअसल, ईरान ने इस दावे को सिरे से नकार दिया है. उसका कहना है कि वह कोई भी मिलिट्री एक्विपमेंट यमन में नहीं भेजता है. यूएस ने ईरान पर ये इल्जाम लगाए थे, जिन्हें विदेश मंत्रालय ने बेसलेस कहा है और इसे ईरान के खिलाफ मीडिया कैंपेन का हिस्सा बताया है.
उन्होंने आगे कहा कि इस तरह के दावे, जो अमेरिका बार-बार पर करता रहता है, दरअसल पश्चिम एशिया (West Asia) में अपनी सैन्य मौजूदगी को सही ठहराने के लिए किए जाते हैं. यह अमेरिका और इज़राइल को इस क्षेत्र में तनाव फैलाने और अस्थिरता पैदा करने वाले अपने रवैये को जारी रखने का बहाना देते हैं."
साथ ही यह भी आरोप लगाया कि अमेरिका, इज़राइल के जरिए फिलिस्तीनियों और अन्य देशों के खिलाफ किए जा रहे अपराधों और युद्ध जैसे हालातों के लिए "सीधे तौर पर जिम्मेदार" है.
बगाई (Baghaei) ने इज़राइल की "गाज़ा और वेस्ट बैंक में जेनोसाइड और सीरिया और लेबनान पर उसकी "सैन्य आक्रामकता" की निंदा की. उन्होंने कहा कि यह दावा महज एक पाखंडी कोशिश है ताकि लोगों का ध्यान इस इलाके की असली दिक्कतों- जैसे कि इज़राइल के हमले और अपराध, और अमेरिका की विनाशकारी दखलअंदाजी से हटाया जा सके, जो इस क्षेत्र की सुरक्षा को खतरे में डालती हैं.
CENTCOM (अमेरिकी सेंट्रल कमांड) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट के जरिए आरोप लगाया था कि NRF फोर्सेज ने 750 टन से ज्यादा हथियार और साजो-सामान जब्त किए हैं, जिनमें सैकड़ों आधुनिक क्रूज़ मिसाइलें, एंटी-शिप और एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइलें, वॉरहेड्स और गाइडिंग सिस्टम, सैकड़ों ड्रोन इंजन, एयर डिफेंस उपकरण, रडार सिस्टम और संचार उपकरण शामिल हैं.