Israel Attack Iran: इज़राइल ने शुक्रवार को ईरान पर हमला कर दिया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक इजराइल ने ईरान की न्यूक्लियर फैसिलिटी को निशाना बनाया है. हालांकि ईरानी मीडिया का कहना है कि रेसिडेंशियल एरिया को निशाना बनाया गया है. ये हमला तब हुआ जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी थी कि पश्चिम एशिया में "बड़ी जंग" हो सकती है.
शुक्रवार सुबह ईरान की राजधानी तेहरान में धमाकों की आवाजें सुनी गईं. ईरान के सरकारी टीवी ने बताया कि देश की एयर डिफेंस पूरी तरह सक्रिय है. इज़राइल के रक्षा मंत्री काट्ज़ ने कहा कि ईरान से जवाबी मिसाइल या ड्रोन हमला कभी भी हो सकता है. उन्होंने कहा,"ईरान पर इज़राइल के हमले के बाद अब हमें ईरान की ओर से जवाबी कार्रवाई की आशंका है, जो आम नागरिकों को भी निशाना बना सकती है."
इस हमले में ख़तम अल-अनबिया मुख्यालय के कमांडर मेजर जनरल ग़ुलामली रशीद और मेजर हुसैन सलामी मारे गए हैं.
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— E June 13, 2025
हमले की खबर के बाद तेल की कीमतों में 6% तक उछाल आया है. ट्रंप की चेतावनी और अमेरिका के जरिए अपने स्टाफ को खाड़ी देशों से हटाने के फैसले ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है.
ट्रंप ने गुरुवार को व्हाइट हाउस में कहा,"मैं नहीं कहूंगा कि हमला निश्चित है, लेकिन यह मुमकिन जरूर है." ट्रंप ने यह भी कहा कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर एक "अच्छा समझौता" करीब है, लेकिन अगर इज़राइल ने हमला कर दिया तो यह समझौता टूट सकता है.
उन्होंने इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से हुई बातचीत की जानकारी साझा नहीं की, लेकिन कहा,"मैं नहीं चाहता कि वे हमला करें, क्योंकि इससे मामला बिगड़ सकता है...या शायद सुधर भी सकता है."
एक अमेरिकी अधिकारी ने साफ किया कि ईरान पर इज़राइल के हमले में अमेरिका की कोई भूमिका नहीं है. बता दें, बुधवार को संयुक्त राष्ट्र की परमाणु एजेंसी IAEA ने ईरान पर परमाणु समझौते का पालन न करने का आरोप लगाया था. इसके जवाब में ईरान ने कहा था कि वह एक नया इनरिचमेंट सेंटर बनाएगा और अपनी पुरानी मशीनों को छठी पीढ़ी की उन्नत मशीनों से बदलेगा.
फिलहाल ईरान 60% तक यूरेनियम इनरिचमेंट कर रहा है, जो 2015 में हुए समझौते की 3.67% सीमा से बहुत ज्यादा है. हालांकि यह अभी भी परमाणु बम के लिए ज़रूरी 90% स्तर से काफी कम है.