Hamas-Isreal Conflict: गाजा के मौजूद हालात पूरी दुनिया के सामने है. लगातार हो रहे हमले और जरूरत की चीजों की कमी के वजह से लोग रोजाना ही वहां तड़प कर मर रहे हैं. ऐसे मे भी आईडीएफ ने हमास को खत्म करने के मकसद से अब गाजा में अपने हवाई हमलो को बढ़ा दिया है.
हमास-इजरायल तनाव का असर ज्यादातर गाजा के लोगों पर हो रहा है, जो रोजाना ही किसी नई बीमारी और हमलें को शिकार हो रहे हैं. अब इज़राइली डिफेंस फोर्सेज़ ने गाज़ा में अपने सैन्य अभियानों को तेज कर दिया है, जिसमें हवाई हमले किए जा रहे हैं, साथ ही और सैनिकों को तैनात किया जा रहा है. IDF ने बताया है कि गाजा में सैन्य अभियानों को बढ़ाने का मकसद हमास को खत्म करना और बंधकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करना है.
हमास को खत्म करने का मकसद
इसकी जानकारी देते हुए आईडीएफ ने एक्स पर पोस्ट शेयर कर लिखा, ""IDF ने गाज़ा के क्षेत्रों में संचालनात्मक नियंत्रण हासिल करने के मकसद से ज्यादा हमले और सैनिकों की तैनाती शुरू कर दी है. यह अभियान को बढ़ाने और जंग के मकसद को पूरा करने की तैयारी का हिस्सा है, जिसमें बंधकों की रिहाई और हमास आतंकवादी संगठन का सफाया शामिल है." IDF ने पोस्ट में आगे कहा, " IDF सैनिक इज़राइली नागरिकों की सुरक्षा और जंग के मकसद को पूरा करने के लिए ऑपरेशन को जारी रखेंगे."
गाजा की मौजूदा हालात पर ट्रंप ने जाहिर की चिंता
अब अमेरिका के राष्ट्रपित डोनाल्ड ट्रंप ने इज़राइल-हमास संघर्ष के चलते गाजा में बिगड़ रहे मानवीय स्थिति पर ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर दिया है, जहां कई लोग भुखमरी का सामना कर रहे हैं. एयर फोर्स वन में रिपोटर्स से बात करते हुए ट्रंप ने कहा, "अगले एक महीने में बहुत सारी अच्छी चीजें होंगी. हमें फिलिस्तीनियों की मदद करनी होगी. गाज़ा में बहुत सारे लोग भूखे मर रहे हैं, हम अच्छा काम करेंगे. लेकिन हमें दोनों पक्षों को देखना होगा."
4,70,000 लोग भंयकर भूखमरी का शिकार
WFP ने 12 मई को बताया है कि गाज़ा पट्टी में लड़ाई फिर से तेज हो गई है, सीमाएं बंद हैं और भोजन बेहद कम है, जिससे जनसंख्या भुखमरी के जोखिम में है. इसके साथ ही IPC की जारी रिपोर्ट के मुताबिक गाजा में 4,70,000 लोग भंयकर भूखमरी का सामना कर रहे हैं. पूरी आबादी गंभीर खाद्य असुरक्षा के हालात में हैं. साथ ही रिपोर्ट में कुपोषण के तेजी से बढ़ने की चेतावनी भी दी गई है, जिसमें 17, 000 माताओं और 60,000 बच्चों को तत्काल इलाज की जरूरत है. IPC रिपोर्ट में 17 संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों और NGO ने पुष्टि की है कि गाज़ा के ज्यादातर बच्चे अत्यधिक खाद्य संकट से जूझ रहे हैं.