Israel-Iran War Update: इस्राइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने ईरान पर "ऐतिहासिक जीत" का दावा किया है, लेकिन अमेरिका की रिपोर्ट कहती है कि नुक़सान कुछ महीनों का ही हुआ है. साफ तौर पर दिख रहा है कि इस्राइल अपने मुंह मिया मिट्ठू हो रहा है. इस्राइल और ईरान के बीच 12 दिनों तक चले हमलों के बाद मंगलवार को दोनों देशों ने युद्धविराम (सीज़फायर) पर सहमति जताई थी.
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने सीजफायर के बाद इसे एक ऐतिहासिक जीत बताते हुए कहा कि ईरान अब परमाणु हथियार नहीं बना पाएगा. हमने ईरान की परमाणु योजना को तबाह कर दिया है. हालांकि, अमेरिका की एक गुप्त खुफिया रिपोर्ट कहती है कि अमेरिका के हमलों से ईरान का परमाणु प्रोग्राम सिर्फ कुछ महीनों के लिए पीछे गया है. यानी कुछ ही महीनों में वह हुए नुकसान को रिकवर कर लेंगे और फिर से उसी स्थिति में आकर खड़े हो जाएंगे.
व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरोलिन लीविट ने इस रिपोर्ट की पुष्टि तो की लेकिन कहा कि यह बिलकुल ग़लत है. उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि रिपोर्ट लीक करना ट्रंप और अमेरिकी पायलटों को बदनाम करने की कोशिश है. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हफ्ते के आखिर में ईरान के भूमिगत परमाणु ठिकानों पर भारी बम गिराए थे, जिसे उन्होंने बड़ी कामयाबी बताया था.
लेकिन खुफिया रिपोर्ट बताती है कि हमलों में कई भूमिगत इमारतें बच गईं और वहां मौजूद मशीनें और यूरेनियम का स्टॉक पूरी तरह तबाह नहीं हुआ. ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेशेश्कियान ने कहा कि ईरान परमाणु समझौते पर बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन वह परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग का अधिकार बनाए रखेगा.
इस 12 दिन के संघर्ष में इस्राइली हमलों में ईरान के कई वैज्ञानिक, सैनिक और आम नागरिक मारे गए. ईरान की ओर से इस्राइल पर मिसाइलें दागी गईं, और आख़िर में उसने अमेरिका के सबसे बड़े मध्य-पूर्वी सैन्य अड्डे पर हमला किया. ट्रंप ने इस हमले को “कमज़ोर” बताया और कहा कि ईरान ने पहले से हमले की जानकारी दे दी थी. उसके कुछ ही घंटों बाद उन्होंने सीजफायर का ऐलान कर दिया.