Israel Loss in War Against Iran: ईरानी हमलों की वजह से इजरायल में लगभग 30,000 घरों को नुकसान पहुंचा है. इनमें बिल्डिंग्स के फ्लैट्स भी शामिल हैं. इजरायल सरकार प्रभावित नागरिकों को मुआवजा देने की गंभीर समस्या का सामना कर रही है. इजरायली अखबार मा'आरिव के मुताबिक, इजरायली अथॉरिटी को अब तक जान-माल के नुकसान के मुआवजे के लिए 31,000 से ज्यादा एप्लीकेशन मिल चुकी हैं.
टैक्स अथॉरिटी में मुआवजा विभाग के चीफ अमीर दहन के मुताबिक, केवल दो हफ्तों में इतने आवेदनों का मतलब है कि यह संख्या अगले कुछ दिनों में 50,000 तक पहुंच सकती है. ये आवेदन ज्यादातर उन इलाके में संपत्ति के नुकसान के संबंध में दायर किए गए हैं जो सीधे ईरानी मिसाइल हमलों से प्रभावित थे.
ईरान के साथ युद्ध शुरू होने के बाद से, इजरायल की टैक्स अथॉरिटी ने पीड़ितों को 205 बिलियन शेकेल (734 मिलियन अमेरिकी डॉलर) का भुगतान किया है. अमेरिका ने पहले ही 5 बिलियन डॉलर का हर्जाना बांटा है. आशंका है कि यह कीमत NIS 5 बिलियन (USD 46 बिलियन) तक पहुंच जाएगी.
ईरानी हमलों में इजराइल को भारी नुकसान हुआ है, जिसकी वजह से सब हैरान है. खास तौर पर वेइज़मैन इंस्टीट्यूट और बाज़न रिफाइनरी को हुए गंभीर नुकसान पहुंचा है. जिसकी वजह से नेतन्याहू सरकार काफी परेशान नजर आ रही है. माना जा रहा है कि इसी आर्थिक नुकसान की वजह से इजराइल ने जंग रोकने की गुजारिश की थी.
वीज़मैन इंस्टीट्यूट को 2 बिलियन शेकेल का नुकसान होने का अनुमान है, जबकि मिसाइल हमलों के कारण लगभग 25 इमारतों को दोबारा तोड़कर बनाना है. ऐसा माना जा रहा है कि इजराइल के पास पैसों की भारी कमी होने लगी है और अब इजराइल चाहता है कि वह किसी जंग में हिस्सा न ले. यही वजह मानी जा रही है कि नेतन्याहू उम्मीद लगा रहे हैं कि गाजा में सीजफायर हो सकता है.