Isreal-Hamas Conflict: इजरायल-हमास के बीच चल रहे तनाव और हवाई हमलों में कई मासुम लोगों की जान गई है. इजरायल ने सोमवार पर गाजा पर हवाई हमले किए है, जिसमें 54 लोगों की मौत हुई हैं. अब इस बीच इजरायल की संसद ने गाजा पट्टी पर कब्जा करने के मुहिम मंसूबे को आधिकारिक तौर पर मंजुरी दे दी है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलोचना की जा रही है.
सोमवार को इजरायली संसद गाजा पट्टी पर कब्जा करने की योजना को मंजूरी दे दी है, जिसकी पुष्टि दो इजरायली आधिकारियों ने की है. इस योजना के मुताबिक इजरायल गाजा पट्टी के पूरे इलाके को अपने काबू में लेगा और इसका अहम मकसद हमास को हारा कर अपने बंधको को रिहा करवाना है.
अरब देशों ने की निंदा
इजरायल की सोमवार सुबह को कैबिनेट मंत्रियों ने क्विक वोट के जरिये इस योजना को मंजूरी दी है. आधिकारियों ने बताया है कि मंसूबे के मुताबिक गाजा पट्टी पर कब्जा करने और नागरिकों को दूसरी इलाके में शिफ्ट करने के लिए कई देशों से बातचीत की जा रही है. इजरायल के इस योजना की यूरोप और अरब देशों ने कड़ी निंदा की है और वही इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी आलोचना का सामना करना पड़ सकता है.
सैकड़ों लोगों की मौत
कई मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अब तक गाजा के तकरीबन 50 फीसदी हिस्से पर इजरायल का कब्जा है. सीजफायर को तोड़ने के बाद से गाजा में पानी, पट्रोल और कई मानवीय सहायता रोक दी गई है, जिससे इलाके के हालात बत से बत्तर है और किए गए हमलों में सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है.
आवाम में नाराजगी
इजरायल की सरकार ने अब तक अपने बंधकों को रिहा नहीं करवाया है, जिसको लेकर आवाम में नाराजगी है. 'बंधन फोरम' एक संस्था है, जो बंधकों के परिवार को स्पोट करती है. बंधन फोरम ने सोमवार को कहा, "यह योजना हर बंधक को खतरे में डालती है और इजरायल के नेताओं से अपील की कि वे पहले बंधकों की सुरक्षा सुनिश्चित करें."