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मैं मर जाऊं तो शारजाह में दफ़ना देना; UAE सरकार पूरी करेगी इस NRI की आखिरी ख़्वाहिश

UAE News: ब्रिटेन में बाइक दुर्घटना में मारे गए शारजाह में जन्मे 27 साल के जेफरसन जस्टिन का अंतिम संस्कार अब शारजाह में होगा. यूएई सरकार ने परिवार को शव वापस लाने की अनुमति दे दी है. जेफ की आखिरी ख्वाहिश कि उन्हें उसी जगह दफनाया जाए जहां उन्होंने अपना बचपन बिताया था.

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मैं मर जाऊं तो शारजाह में दफ़ना देना; UAE सरकार पूरी करेगी इस NRI की आखिरी ख़्वाहिश
Tauseef Alam|Updated: Aug 06, 2025, 09:41 PM IST
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UAE News: भारतीय NRI और दुबई के शारजाह निवासी 27 वर्षीय जेफरसन जस्टिन की ब्रिटेन में एक सड़क हादसे में मौत हो गई. यह घटना 25 जुलाई को लीड्स में हुई. जेफरसन जस्टिन की आखिरी ख्वाहिश थी कि उनको शारजाह में सुपुर्द ए खाक किया जाए, जहां उन्होंने अपना बचपन और जवानी बिताई थी. अब उनके परिवार को UAE सरकार से आवश्यक मंज़ूरी मिल गई है और उनका बॉडी जल्द ही शारजाह लाया जाएगा.

जेफरसन जस्टिन के पिता जस्टिन परेरा मूल रूप से केरल के रहने वाले हैं और पिछले 33 सालों से शारजाह सरकार में सीनियर अकाउंटेंट के रूप में कार्यरत हैं. जेफरसन जस्टिन के पिता जस्टिन परेरा ने कहा कि उन्हें यूएई और यूके दोनों के अधिकारियों से पूरा सहयोग मिला. उन्होंने विशेष रूप से शारजाह सरकार और यूके स्थित यूएई दूतावास का धन्यवाद किया.

जेफ का पार्थिव शरीर शारजाह क्यों लाया जा रहा है?
जेफ के पिता कहते हैं कि "जिन लोगों से वह प्यार करते थे, वे सभी शारजाह में हैं. उनका दिल यहीं था." इसलिए परिवार ने फैसला किया कि सुपुर्द ए खाक शारजाह में ही किया जाएगा. अंतिम संस्कार शारजाह स्थित इंडियन एसोसिएशन द्वारा संचालित श्मशान घाट में होगा.

दुर्घटना कैसे हुई?
जेफरसन जस्टिन एक ग्राफिक डिज़ाइनर थे और कोवेंट्री विश्वविद्यालय से अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद लीड्स में काम कर रहे थे. 25 जुलाई को काम से लौटते समय उनकी नई मोटरसाइकिल फिसलकर दीवार से टकरा गई. यह दुर्घटना लीड्स के वेलिंगटन रोड पर शाम लगभग 5:30 बजे हुई. उनकी मौके पर ही मौत हो गई. ब्रिटिश पुलिस अभी भी दुर्घटना की जांच कर रही है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतज़ार है.

जेफ कौन थे?
जेफरसन को सभी एक ज़िंदादिल, मुस्कुराते और रचनात्मक युवक के रूप में याद करते हैं. उन्होंने शारजाह के एमिरेट्स नेशनल स्कूल से पढ़ाई की और ग्राफिक डिज़ाइन में मास्टर्स करने के लिए यूके चले गए. उनका सपना अपनी खुद की क्रिएटिव एजेंसी शुरू करना था. उनके दोस्त कहते हैं कि साइकिल चलाना उनके लिए गति का साधन नहीं, बल्कि शांति और आज़ादी का साधन था. उन्हें डांसिंग, रैपिंग, डिज़ाइन और मोटरसाइकिलों में रुचि थी. कुछ दिन पहले, उन्होंने चुपचाप शारजाह लौटने के लिए टिकट बुक कर लिया था ताकि अपने परिवार और दोस्तों को सरप्राइज दे सकें लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था.

जेफ के पिता ने क्या कहा?
जेफ के पिता ने कहा कि इस दुख की घड़ी में शारजाह में उनके दोस्त और समुदाय के लोग रोज़ाना उनसे मिल रहे हैं और परिवार को सांत्वना दे रहे हैं. उन्होंने कहा, "कुछ लोग रोज़ाना हमारा हालचाल पूछने आते हैं. हम धीरे-धीरे इस सच्चाई को स्वीकार कर रहे हैं." उन्होंने आगे कहा कि अब जेफ की यादें उनके परिवार, दोस्तों और शारजाह की धरती के दिलों में हमेशा ज़िंदा रहेंगी, जहां उन्होंने अपने जीवन के सबसे अच्छे दिन बिताए थे.

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