Lebanon: साउथ लेबनान के नबातिह में एक इज़रायली ड्रोन हमले में लेबनानी आर्म्ड ग्रुप हिज़्बुल्लाह के एक सीनियर सैन्य कमांडर की मौत हो गई है. सूत्र ने समाचार एजेंसी सिन्हुआ को बताया कि "एक इज़रायली ड्रोन ने कक़ैयात अल-जिसर (गांव) में एक नागरिक वाहन पर 'एयर टू ग्राउंड' मिसाइल दागी थी, जिसमें एक शख्स की मौत हुई थी और कार में आग लग गई थी.
अज्ञात सूत्र ने बताया कि नागरिक सुरक्षा दल के जरिए नबातियेह के एक अस्पताल में ले जाए गई लाश की पहचान हिजबुल्लाह के सैन्य कमांडर हसन कमाल हलावी के तौर पर की है. हालाँकि, लेबनान के सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने एक बयान में कहा कि शख्स शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक एक नागरिक था.
इस बीच, इजरायली सेना ने इस बात की तस्दीक की है है कि उसने कल रात नबातिह में ड्रोन हमला किया और हलावी को मार गिराया, जिसकी पहचान उसने दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह की टैंक रोधी यूनिट के चीफ के तौर पर की है.
सेना ने एक बयान में कहा कि "जंग के दौरान, हलावी इजरायल राज्य के खिलाफ कई आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार था. उसने दक्षिणी लेबनान में गुर्गों और हथियारों की आवाजाही में मदद की, वह हाल के महीनों में इजरायली नागरिकों के खिलाफ आतंकवादी एक्टिविटी में शामिल रहा है,"
27 नवंबर 2024 से, हिजबुल्लाह और इजरायल के बीच अमेरिका और फ्रांस की मध्यस्थता से सीजफायर लागू है, जिससे गाजा पट्टी में जारी जंग की वजह से पैदा हुई एक साल से ज्यादा वक्त से चली आ रही दुश्मनी खत्म हो गई है. इस समझौते के तहत इजराइली सेना को लेबनान से हटना था, लेकिन इसके बावजूद भी मुल्क ने पांच जगहों पर कब्जा किया किया हुआ है. इज़रायली सेना लेबनान में रुक-रुक कर हमले जारी रखे हुए है, बार-बार यह दावा किया जा रहा है कि ऐसे हमलों का मकसद हिज़्बुल्लाह के जरिए पैदा हुए खतरों को ख़त्म करना है।