Turkey News Today: ईद-उल-अजहा का त्यौहार पूरी दुनिया में जोश-खरोश और अकीदत के साथ मनाया गया. मुस्लिम बाहुल्य देश तुर्की में भी ईद-उल-अजहा खास अंदाज में मनाया गया. हालांकि, इस बार तुर्की से ईद-उल-अजहा की कुर्बानी को लेकर एक चौंकाने वाली खबर सामने आई, जिसने पूरी दुनिया ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया.
दरअसल, तुर्की में ईद-उल-अजहा (बकरीद) के पहले दिन कुर्बानी के जानवरों को जबह करने के दौरान 14 हजार 372 लोग घायल हो गए. यह जानकारी तुर्की के स्वास्थ्य मंत्री केमल मेमिशोग्लू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर दी. इस बार ईद-उल-अजहा का त्यौहार तुर्की में 6 जून को मनाया गया है और इस तरह की घटनाएं हर साल कुर्बानी के मौके पर तुर्की में देखने को मिलती है.
बता दें, ईद-उल-अजहा इस्लाम के प्रमुख त्यौहारों में से एक है. मुस्लिम बाहुल्य तुर्की में भी इसको लेकर खास तैयारी की जाती है. इस बार बकरीद यानी ईद-उल-अजहा पर 6 जून से 10 जून तक तुर्की में राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया है. तुर्की से इस बार भी कई वीडियो सामने आई है, जिसमें कुर्बानी के जानवर कसाइयों से बचकर भाग निकले.
तुर्की के अलग-अलग जगहों पर जानवरों की कुर्बानी देते हुए ईद-उल-अजहा के पहले दिन 14 हजार 372 लोग घायल हो गए. यह चोट चाकू या कुर्बानी करते वक्त जानवरों की वजह से लगी, जो घायल होने पर इलाज के लिए अस्पतालों में पहुंचे. तुर्की के स्वास्थ्य मंत्री केमल मेमिशोग्लू ने बताया कि कुर्बानी करते वक्त राजधानी अंकारा में 1 हजार 49, इस्तांबुल में 753 और कोन्या में 655 लोग घायल हुए.
यह पहला मौका नहीं है, जब तुर्की में ईद-उल-अजहा पर जानवरों की कुर्बनी देते हुए इतनी बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं. बीते साल 2024 में भी ईद-उल-अजहा पर पहले दिन जानवरों की कुर्बानी देते हुए पूरे तुर्की में 16 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए थे और इलाज कराने के लिए डॉक्टरों के पास जाना पड़ा. इस तरह की घटनाओं को देखते हुए तुर्की के स्वास्थ्य मंत्री ने सलाह दी कि इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए लोग कुर्बानी के लिए एक्सपर्ट या पेशेवर कसाइयों की मदद लें.