Pakistan on Israel: गाजा में इजरायल पिछले दो सालों से नरसंहार कर रहा है. इस दौरान इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतेमार बेन-ग्वेर की यरूशलम में मौजूद अल-अक्सा मस्जिद कैंपस में कई बार दौरा कर चुके हैं. हर बार मंत्री के दौरे की चौतरफा निंदा होती है, लेकिन मंत्री अपने हरकतों से बाज नहीं आते हैं. एक बार फिर मंत्री ने अल-अक्सा मस्जिद का दौरा किया है. इसको लेकर पूरे मुस्लिम मुल्क में बवाल मचा हुआ है. इसी कड़ी में मुस्लिम मुल्क के सबसे ताकतवर देश पाकिस्तान ने मंत्री की नापाक हरकत पर प्रतिक्रिया दी है.
पीएम शहबाज शरीफ आज (4 अगस्त) को पाकिस्तान ने एक्स पर लिखा, "पाकिस्तान इजरायली पुलिस की सुरक्षा में अल-अक्सा मस्जिद में मंत्रियों और प्रवासियों की हालिया यात्रा की निंदा करता है." उन्होंने कहा, "इस्लाम के सबसे पवित्र स्थलों में से एक, अल-अक्सा मस्जिद पर यह हमला न सिर्फ एक अरब से ज़्यादा मुसलमानों की आस्था का अपमान है, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय कानून और मानवता पर भी सीधा हमला है."
पाक पीएम ने दी चेतावनी
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने इज़रायली मंत्री की यात्रा को 'शर्मनाक और भड़काऊ' बताया है. उन्होंने कहा, "इज़रायल की शर्मनाक हरकतें फ़िलिस्तीनी क्षेत्र में जानबूझकर तनाव बढ़ा रही हैं. इसके कारण मध्य पूर्व पहले से कहीं ज़्यादा अस्थिरता और संघर्ष की ओर बढ़ रहा है." इससे पहले, चरमपंथी समूह हमास और खाड़ी देश जॉर्डन ने भी इज़राइली मंत्री इतामार बेन-गेवार के दौरे की आलोचना की है.
नमाज पढ़ने पर बवाल
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह भी इतामार बेन-गेवार ने अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया और वहां नमाज़ पढ़ी. तस्वीरों और वीडियो से पता चलता है कि बेन-गेवार ने पूर्वी यरुशलम के उस परिसर में एक यहूदी प्रार्थना सभा का नेतृत्व किया, जिसे यहूदी टेंपल माउंट कहते हैं. इस स्थल पर नमाज़ पढ़ना एक लंबे समय से चले आ रहे समझौते का उल्लंघन है, जिसके तहत यहूदियों को वहां जाने की इजाजत है, लेकिन नमाज़ पढ़ने की अनुमति नहीं है.
सिर्फ मुसलमानों को दी गई है नमाज पढ़ने की इजाजत
इस दौरे के बाद, इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने एक बयान जारी कर कहा कि इज़राइल की यथास्थिति बनाए रखने की नीति में कोई बदलाव नहीं आया है, जिसके तहत सिर्फ मुसलमानों को ही वहां नमाज़ पढ़ने की अनुमति है.