Pakistan Train Hijack Update: स्थानीय मीडिया ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि हाइजैक की गई ट्रेन में कितने आतंकी हैं, इसकी तादाद अभी अज्ञात है. फिलहाल सिक्योरिटी फोर्सेज ने बलूचिस्तान के बोलन जिले में सफ़ाई अभियान शुरू किया हुआ है, जिसमें कम से कम 27 हमलावरों को सफलतापूर्वक मार गिराया गया है और 104 नागरिकों को बचाया गया है.
जिस वक्त यह हमला हुआ उस वक्त नौ बोगियों में 400 से ज्यादा मुसाफिर थे. यह ट्रेन क्वेटा से खैबर पख्तूनख्वा के पेशावर जा रही थी. रेलवे अधिकारी ने बताया कि जाफर एक्सप्रेड से 57 यात्रियों को बुधवार सुबह क्वेटा पहुंचाया गया. इस बीच, 23 दूसरे मुसाफिर मच्छ में ही रह गए.
रेस्क्यू किए गए लोगों में 58 आदमी, 31 औरतें और 15 बच्चें शामिल हैं. सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा बल दूसरे बंधकों को बचाने के लिए ऑपरेशन जारी रखे हुए हैं. सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा बलों के ऑपरेशन के बाद आतंकवादी छोटे-छोटे समूहों में बंट गए हैं. हमलावर सैटेलाइट फोन्स के जरिए अपने इंटरनेशन हैंडलर्स से बातचीत कर रहे हैं.
सिक्योरिटी फोर्सेज ने पहले बताया था कि हमले के पीछे के आतंकवादी अफगानिस्तान में बैठे अपने मास्टरमाइंड के संपर्क में हैं और महिलाओं और बच्चों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं. ट्रेन में मुसाफिर होने की वजह से यह ऑपरेशन काफी सावधानी से किया जा रहा है.
सुरक्षा बलों ने बताया कि हमलावरों ने ट्रेन पर चढ़ने से पहले रेलवे ट्रैक पर बम विस्फोट किया. उन्होंने इंजन पर गोलीबारी भी की, जिसमें चालक घायल हो गया. ट्रेन के पायलट ने टनल से पहले ट्रेन को रोक दिया और इसके बाद आंतकी ट्रेन के अंदर घुस गए. यह प्रांत का पहाड़ी क्षेत्र है जो अफगानिस्तान और ईरान की सीमा पर मौजूद है.
प्रांत की राजधानी क्वेटा में रेलवे सरकार के वरिष्ठ अधिकारी मुहम्मद काशिफ ने एएफपी को बताया, "जहाज पर सवार 450 से अधिक यात्रियों को बंदूकधारियों ने बंधक बना लिया है." मुसाफिरों में बच्चे और औरतें शामिल हैं. प्रवक्ता शाहिद रिंद ने कहा कि बलूचिस्तान सरकार ने आपातकालीन उपाय लागू कर दिए हैं तथा सभी संस्थाओं को स्थिति से निपटने के लिए तैयार कर दिया गया है.
राहत ट्रेन और सुरक्षा बलों की टुकड़ियां भी घटनास्थल पर भेजी गई हैं. इस बीच, सिबी और सिविल अस्पताल क्वेटा में आपातकाल लागू कर दिया गया है. हादसे को देखते हुए एक इमरजेंसी डेस्क बनाई गई है.