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सऊदी अरब ने अवैध हज यात्रियों पर कसा शिकंजा, पाकिस्तान को दी सख्त चेतावनी

Hajj Yatra 2025: इस साल मुकद्दस हज यात्रा 4 जून से 9 जून 2025 के बीच होने की उम्मीद है, जिसको लेकर सऊदी अरब हुकूमत ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं. इस बार सऊदी सरकार ने गैर कानून हज को लेकर पाकिस्तान को सख्त चेतावनी जारी की है. आइये जानते हैं पूरा मामला?  

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फाइल फोटो
फाइल फोटो
Zee Salaam Web Desk|Updated: Apr 30, 2025, 01:32 AM IST
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Saudi Arabia News Today: सऊदी अरब सरकार ने हज संबंधी नियमों के उल्लंघन को लेकर पाकिस्तान को सख्त चेतावनी जारी की है. सऊदी गृह मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि अगर इस साल कोई पाकिस्तानी नागरिक हज अनुमति नियमों का उल्लंघन करता पाया गया, तो उस पर कड़ा जुर्माना लगाया जाएगा. यह चेतावनी ऐसे समय पर आई है जब पाकिस्तान ने आधिकारिक तौर पर 2024 के हज अभियानों की शुरुआत कर दी है.

मंगलवार (29 अप्रैल) को पाकिस्तान से पहला हज जत्था रवाना हुआ, जिसमें 442 हज यात्री इस्लामाबाद से मदीना के लिए स्पेशल उड़ान से पहुंचे. पाकिस्तान के पहले जत्थे के पहुंचते ही सऊदी सरकार ने हज प्रक्रिया के प्रति सख्ती बरतने की चेतावनी दी है. सऊदी मंत्रालय ने बताया कि 29 अप्रैल से 10 जून तक हज के नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी.

गैर कानूनी एंट्री पड़ सकती है भारी

सऊदी अधिकारियों ने बताया कि अगर कोई व्यक्ति बिना वैध हज परमिट के मक्का में एंट्री करता है या हज करने की कोशिश करता है, तो उस पर 20 हजार सऊदी रियाल (लगभग 4.5 लाख रुपये) का जुर्माना लगाया जाएगा. यह नियम सभी प्रकार के वीजा धारकों पर समान रूप से लागू होगा, चाहे वे मक्का पहुंच चुके हों या वहां ठहरे हों.

इसके अलावा अगर कोई व्यक्ति यात्रा वीजा का गलत इस्तेमाल कर बिना परमिट हज करने की कोशिश करता है या किसी दूसरे को ऐसा करने में मदद करता है, तो उस पर 1 लाख सऊदी रियाल (लगभग 22.5 लाख रुपये) तक का जुर्माना लगाया जा सकता है. जुर्माने की राशि नियमों के उल्लंघन की गंभीरता और शामिल व्यक्तियों की संख्या के आधार पर कई गुना तक बढ़ सकती है.

सऊदी मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि जो लोग बिना परमिट वाले हज यात्रियों को रिहाइश, ट्रांसपोर्ट या किसी भी तरह की मदद करेंगे चाहे वह होटल हो, निजी घर या शिविर हो तो ऐसे उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी. ऐसे लोगों को गिरफ्तार कर देश से निष्कासित कर दिया जाएगा और कम से कम 10 सालों के लिए सऊदी अरब में एंट्री पर बैन लगा दिया जाएगा.

4700 पाकिस्तानी भीख मांगते पकड़े गए

यह कदम हर साल हज के दौरान आने वाले अवैध यात्रियों, भिखारियों और बिना परमिट के तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या को नियंत्रित करने के लिए उठाया गया है. रिपोर्टों के मुताबिक, पिछले तीन सालों में सऊदी अरब ने करीब 47 सौ पाकिस्तानी नागरिकों को भीख मांगने या गैर कानून सरगर्मियों में शामिल पाए जाने पर देश से निर्वासित कर दिया है.

सऊदी प्रशासन ने पाकिस्तान सरकार से ऐसे लोगों के नाम और पासपोर्ट को नो-फ्लाई लिस्ट में शामिल करने का सिफारिश भी की है. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इस पर चिंता जताते हुए कहा कि इस तरह की घटनाएं विदेशों में पाकिस्तान की इमेज को नुकसान पहुंचा रही हैं.

हज पर जाने वाले पाकिस्तानियों का आंकड़ा

बताया जा रहा है कि इस साल लगभग 89 हजार पाकिस्तानी हज यात्री सरकारी योजना के तहत और 23 हजार 620 यात्री निजी टूर ऑपरेटरों के जरिये से सऊदी अरब रवाना होंगे. इनमें से 50 हजार 500 हज यात्रियों को सऊदी अरब की मक्का रूट सुविधा के तहत सेवाएं मिलेंगी.

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