Saudi Arabia News Today: सऊदी अरब ने बीते कुछ दशकों में तरक्की की नई बुलंदियों को छुआ है. अपनी अर्थव्यवस्था को नई दिशा देने के लिए सऊदी अरब ने बुनियादी सुविधाओं का तेजी से विकास किया है. इसी क्रम में यहां मुकाब टावर का निर्माण हो रह है, जिसे आने वाले समय दुनिया के सबसे ऊंची इमारतों में से एक माना जा रहा है.
इन दिनों सऊदी अरब में खुला सैलून चर्चा का विषय बना हुआ है. हर साल बड़ी संख्या में हज और उमरा पर पहुंचने वाले जायरीनों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए पवित्र मक्का शहर में दुनिया का सबसे सैलून खोला गया है. यह सैलून कई मायनों में खास है, जो आधुनिक सुविधायों से लैस है. इंटरनेशनल स्टैंडर्ड सैलून का मकसद हज और उमरा पर आने वाले जायरीनों को आसानी से और बेहतर सुविधान मुहैया कराना है.
दरअसल, हज और उमरा पर जायरीनों को हल्क और तकसीर (जिसमें बालों को कटवाया और मुंडवाया जाता है) करवाना होता है. जायरीनों की बड़ी संख्या होने की जैसे बाल कटवाना या मुंडवाना दुश्वार हो जाता है. इसी के मद्देनजर रखते हुए सऊदी अरब ने क्लॉक टॉवर सेंटर में केंद्रीय सैलून जोन को विकसित किया गया है. इस सैलून के शुरू होने से जायरीनों को पवित्र बाल मुंडवाने या कटवाने की प्रक्रिया के दौरान भीड़भाड़ से निजात मिलेगी.
भव्य इमारतों में शुमार क्लॉक टॉवर सेंटर में इस भारीभरकम सैलून में 170 कुर्सियां लगाई गई हैं. इसमें लोगों को कई तरह की सुविधाएं मिलेगीं. हाई कैपेसिटी और एडवांस टेक्नोलॉजी से लैस सैलून में ग्राहकों को तेजी सुविधा देने में आसानी होगी. बीते कुछ सालों में मक्का में हज और उमरा के लिए पहुंचने वाले जायरीनों की संख्या तेजी से इजाफा हुआ है, इस तरह की सुविधाओं के माध्यम से जायरीनों को मजहबी रस्मों की अदायगी में सहूलियत मिलेगी और उनका समय भी बचेगा.
बताया जा रहा है कि सैलून बनने के शुरूआती दौर में यहां पर हर रोज 15 हजार ग्राहकों को सेवा दी जाएगी. इसके तहत हर कस्टमर को सिर्फ तीन मिनट में हाई-क्वालिटी सर्विस देने की योजना बनाई गई है. ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए इसको भव्य रुप दिया गया है.
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