US sanctions Indian company: अमेरिकी एक के बाद एक भारत विरोधी फैसले ले रहा है. राष्ट्रपति ट्रंप ने 30 जुलाई को भारत पर 25 परसेंट टैरिफ लगाने का ऐलान किया. इस फैसले के एक दिन बाद यानी 31 जुलाई को भारत के खिलाफ एक और बड़ा ऐलान कर दिया. ट्रंप ने ईरान के साथ व्यापार करने की वजह से 6 भारतीय कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया है. अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने इस फैसले पर एक बयान जारी करते हुए कहा कि ईरान, तेल उत्पाद और पेट्रोलियम कारोबार से हुई कमाई का इस्तेमाल दुनिया भर में आतंकवाद को बढ़ावा देने में करता है. इसीलिए अमेरिका ने 20 कंपनियों औऱ 10 समुद्री जहाजों को ब्लॉक कर दिया है.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर चेतावनी दी है कि कोई भी देश या व्यक्ति ईरान से तेल खरीदता है तो अमेरिका उस पर प्रतिबंध लगा सकता है. इसके साथ ही उस देश या व्यक्ति को अमेरिका के साथ व्यापार करने की इजाजत नहीं दी जाएगी. दरअसल, अमेरिका ने ईरान के साथ व्यापार करने पर कई देशों की कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया है. इसी कड़ी में अमेरिका ने भारत के 6 कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया है. अमेरिका के जरिए प्रतिबंध लगाए गए भारतीय कंपनियों के नाम ग्लोबल इंडस्ट्रियल केमिकल्स लिमिटेड, पर्सिस्टेंट पेट्रोकेम प्राइवेट लिमिटेड, अलकेमिकल सॉल्यूशन्स प्राइवेट लिमिटेड, ज्यूपिटर डाई केम प्राइवेट लिमिटेड, कंचन पॉलिमर्स.
इन भारतीय कंपनियों पर अमेरिका ने लगाया प्रतिबंध
बयान में कहा गया है कि अमेरिका ने जिन कंपनियों या व्यक्ति को ईरान के साथ व्यापार करने की वजह से बैन किया है, उन लोगों की अमेरिका में स्थित पैसे या संपत्ति को ब्लॉक किया जाएगा. इस बैन के मुताबिक प्रतिबंध लगाए गए कंपनी को पैसा देने, उनके साथ काम करने या मदद करने पर भी रोक लगाए गए हैं. इसके साथ ही अमेरिका ने संयुक्त अरब अमिरात (UAE) में रहने वाले भारतीय मूल के पंकज नागजीभाई पटेल पर भी प्रतिबंध लगाए हैं. पंकज नागजीभाई ने हुसैन शामखानी के नेटवर्क से जुड़ी कई शिपिंग कंपनियों में एग्ज़ीक्यूटिव के तौर पर काम किया है. बता दें कि हुसैन शामखानी ईरान के बड़े कारोबारी हैं और यह ईरान के सुप्रीम लीडर के सलाहकार अली शामखानी के बेटे हैं.
इन भारतीय नागरिकों पर अमेरिका ने लगाया प्रतिबंध
इसके अलावा भारतीय नागरिक जैकब कुरियन और अनिल कुमार पनाक्कल नारायणन नायर को पर भी प्रतिबंध लगाए हैं. ये दोनों भारतीय नागरिक मार्शल आइलैंड्स में पंजीकृत नियो शिपिंग नाम की कंपनी से जुड़े रहे हैं. बता दें कि इस कंपनी का संबंध ईरानी कारोबारी हुसैन शामखानी से जुड़ा हुआ है. इसी बजह से इन पर भी प्रतिबंध लगा दिए गए हैं.