trendingNow/zeesalaam/zeesalaam02538396
Home >>Zee Salaam ख़बरें

पाकिस्तान में जारी है शिया-सुन्नी विवाद; 10 दिन में 124 लोगों की हुई मौत

Pakistan News: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वां इलाके में शिया सुन्नी में विवाद जारी है. 21 नवंबर को हुए हमले के बाद से अब तक इलाके में 124 लोगों की मौत हो गई है. सैकड़ों लोग जख्मी हैं. अब यहां संघर्ष विराम की कोशिश की जा रही है.

Advertisement
पाकिस्तान में जारी है शिया-सुन्नी विवाद; 10 दिन में 124 लोगों की हुई मौत
Siraj Mahi|Updated: Dec 01, 2024, 07:26 AM IST
Share

Pakistan News: पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले में सांप्रदायिक हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 124 हो गई है. मकामी इंतेजामिया ने यह जानकारी दी. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, जिले के स्थानीय प्रशासन के एक अफसर ने शनिवार को बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान सशस्त्र झड़पों में 16 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़ गई है. साथ ही, 170 से ज्यादा लोग घायल भी हुए हैं.

शिया और सुन्नी में झगड़ा
अफसर ने बताया कि जख्मियों में से ज्यादातर को कई अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है. हिंसा तब शुरू हुई जब 21 नवंबर को जिले के मंडोरी उचित इलाके में पाराचिनार इलाके से आ रहे यात्री वाहनों के काफिले पर सशस्त्र लोगों ने हमला किया, जिसमें बच्चों और औरतों समेत 52 लोग मारे गए. अफसरों के मुताबिक, इस मामले के बाद शिया और सुन्नी मुसलमानों सहित दो समूहों के बीच सशस्त्र झड़पें और हमले शुरू हो गए.

यह भी पढ़ें: पाकिस्तान: रैली में कितने लोगों की हुई मौत, PTI और सरकार के बीच हताहतों की संख्या पर जंग?

इलाके में जरूरी सामान की कमी
तनावपूर्ण हालत और अहम राजमार्ग के बंद होने से खाने-पीने, ईंधन और दवाओं की भारी कमी हो गई है, साथ ही इंटरनेट और मोबाइल सेवाएं भी बंद हो गई हैं. इसके अलावा इलाके में आम जिंदगी भी मुतास्सिर हुई है. क्योंकि लोगों में डर समा गया है. यात्री डिब्बों पर हमले के बाद प्रांतीय सरकार के एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने जिले का दौरा किया और बुजुर्गों के साथ बैठक की, जिसके बाद संघर्ष विराम समझौता हुआ, लेकिन झड़पें नहीं रुक सकीं.

संघर्ष विराम की कोशिश
कुर्रम के डिप्टी कमिश्नर जावेदउल्लाह महसूद ने मीडिया को बताया कि दोनों पक्षों की तरफ से सरकारी प्रतिनिधिमंडल की तरफ से किए गए संघर्ष विराम पर ध्यान देने से इनकार कर दिया है. इसके बाद संघर्ष विराम का ऐलान करने के लिए दोनों पक्षों के बुजुर्गों को शामिल करके संघर्ष विराम कराने की कोशिश की जा रही है.

Read More
{}{}