Isreal-Hamas Conflict: इजरायल के आक्रमण रोजाना ही बढ़ते जा रहे हैं. हवाई हमले और बमबारी के वजह से गाजा में सीजफायर तोड़ने के बाद अब तक 590 से ज्यादा लोंग मर चुके हैं. इजरायल द्वारा मंगलवार को सीजफायर का उल्लंघन कर हवाई हमले किए गए थे, जिसमें ज्यादातर लोग घायल भी हुए है.
लगातार हमलों के वजह से घायलों की तदाद इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि गाजा पट्टी के अस्पतालों में जगह नहीं बची है. हॉस्पिटल के डॉक्टर, नर्स और बाकी कर्मचारी सभी घायलों के इलाज करने में व्यस्त है.
घायलों में महिला और बच्चें भी
खबरों के मुताबिक गाजा पट्टी में 18 दिनों से एक भी मानवीय सहायता ट्रक नहीं पहुचा है, जिससे लोगों के इलाज के लिए और जरुरत की तमाम चीजों मिल सके. डॉक्टरों का कहना है कि हमलों में घायलों को चोटें बेहद गंभीर लगी है, इसमें बच्चें. महिलाएं और बुजुर्ग भी शामिल है.
बेसिक दवा भी नहीं
डॉक्टरों के मुताबिक इलाज के लिए बेसिक दवा और बाकी चीजें भी मौजूद नहीं है. बेसिक की दवाइयों से डॉक्टर का मतलब पेन क्लिर, एनेस्थीसिय और गॉज से है. दवाईयों की कमी के वजह से सभी घायलों का इलाज करने में बहुत सी मुश्किलें आ रही है.
खुन की कमी
हॉस्पिटल में सिर्फ दवा की ही जरूरत नहीं है, बल्कि खुन की भी सख्त जरूरत है. ब्लड डोनेशन ने गाजा पट्टी के हॉस्पिटल ने तीन दिन पहले ही अपील की , लेकिन अब तक कोई जवाब नहीं आया है.
ईंधन की जरूरत
गाजा पट्टी के लोगों और हॉस्पिटल की स्थिति दिन पर दिन और खराब होती जा रही है. ऐसा दवाईयों, बिजली और ईंधन की कमी के वजह से हो रहा है. अगर जल्द ही ईंधन की कमी को पूरा नहीं किया गया तो हॉस्पिटल खत्म हो सकते है.