Sudan: पाकिस्तान और गाजा के बाद अब सूडान से भी एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है. जहां 16 मार्च को ओमडुरमैन शहर में आरएसएफ ने हमला कर दिया. इस हमले में 43 लोग घायल हुए और 9 लोगों की जान जा चुकी है, जिसमें बच्चें भी शामिल है.
मामला सूडान की राजधानी खार्तूम के उत्तर में ओमडुरमैन शहर का है, जहां अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) द्नारा बीते रविवार को की गई लगातार में दो बच्चों समेत सात नागरिकों की मौत हो गई है. जिसकी जानकारी राज्य की मीडिया ने दी गई है.
जानकारी देने के साथ ही मीडिया कार्यालय ने अपने बयान में कहा कि आरएसएफ द्वारा की गई लगातार गोलीबारी में 43 अन्य लोग घायल हुए है. घायलों में 4 से 12 साल की उम्र के 18 बच्चे भी शामिल हैं. घायलों को इलाज के लिए पास के हॉस्पिटल में भेजा गया है.
कुछ घायलों के अंग काटने पड़े: नर्स
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक ओमडुरमैन शहर में खासतौर पर करारी इलाके के मोहल्लों को निशाना बनाकर हमला किया गया है. इलाके में गोलाबारी उस समय हुई, जब स्वयंसेवकों और वालंटियर की प्रार्थना के दौरान चौराहों पर बच्चे फुटबॉल खेल रहे थे.
इसके अलावा समाचार एजेंसी सिन्हुआ को ओमडुरमैन के अल-नाओ अस्पताल के एक पैरामेडिक ने बताया कि हॉस्पिटल में लाए गए ज्यादातर घायलों के अंगों में चोटें थीं, जो उड़ते हुए प्रोजेक्टाइल्स की वजह से लगीं है.
एक पैरामेडिक या नर्स ने कहा, "कुछ घायलों के अंग काटने पड़े, जबकि कुछ को सिर में चोटें आईं, जिनके इलाज के लिए अस्पताल में सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं." RSF ने फिल्हाल इस घटने पर कोई टिप्पणी या नोटिस जारी नहीं किया है.
शहर सूडानी सेना का ठिकाना भी
SAF यानी कि सूडानी सशस्त्र बल अक्सर ही आरएसएफ पर करारी इलाके पर बमबारी करने का इल्जाम लगाते हैं. यह इलाका ओमडुरमैन का एकमात्र घनी आबादी वाला शहर है. साथ ही यहां कई सूडानी सेना के ठिकाने भी हैं. जिनमें वादी सेइदना सैन्य क्षेत्र भी शामिल है, जिसमें एक सैन्य हवाई अड्डा भी है.
15 लाख से ज्यादा लोग विस्थापित
यूनाइटेड नेशन द्वारा उद्धृत संकट निगरानी समूह, आर्म्ड कॉन्फ्लिक्ट लोकेशन एंड इवेंट डेटा के मुताबिक सूडान अप्रैल 2023 के मध्य से ही एसएएफ और आरएसएफ समूह के बीच चल रहे भीषण संघर्ष में उलझा हुआ है. इस संघर्ष में अब तक कम से कम 29,683 लोगों की जान जा चुकी है. अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन के अनुमान के मुताबिक, दोनो समूह के टकराव के वजह से सूडान के अंदर और बाहर 15 लाख से ज्यादा लोग विस्थापित हुए हैं.