Trinamool Congress on Firhad Hakim Statement: तृणमूल कांग्रेस के नेता फिरहाद हकीम ने ये कहकर विवाद पैदा कर दिया कि मुसलमान बहुमत में होंगे. 24 घंटे तक पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने उनका साथ दिया, लेकिन अब पार्टी ने इस बयान से खुद को अलग कर लिया है. सोमवार को तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि इस तरह के बयानों से 'सख्ती से निपटा' जाएगा. फिरहाद हकीम ने एक प्रोग्राम में कहा था कि "अगर अल्लाह ने चाहा तो हम एक दिन बहुमत में होंगे."
तृणमूल कांग्रेस ने बयान से किया किनारा
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि "ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस मंत्री फिरहाद हकीम के एक प्रोग्राम में दिए गए बयान से खुद को अलग करती है और उनके बयान की निंदा करती है." पोस्ट में आगे लिखा कि "ये बयान पार्टी की हालत और उसकी विचारधारा को नहीं दर्शाते. हमारी प्रतिबद्धिता शांति, एकता और सांप्रदायिक सद्भाव पर अडिग है. जो भी बयान पश्चिम बंगाल के सामाजिक ताने-बाने को खतरा पहुंचाने की कोशिश करते हैं उन पर कार्रवाई की जाएगी."
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ हकीम का वीडियो
आपको बता दें कि शनिवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें TMC नेता फिरहाद हकीम को ये कहते हुए सुना जा सकता है कि "हम उस हम उस बिरादरी से हैं, जो पश्चिम बंगाल की आबादी का 33 फीसद है. भारत की आबादी का हम 17 फीसद हैं. हमें अल्पसंख्यक बुलाया जाता है. लेकिन हम अपने आपको अल्पसंख्यक नहीं मानते हैं. हमें यकीन है कि अगर अल्लाह ने चाहा, तो हम एक दिन बहुसंख्यक से बहुसंख्यक होंगे."
हकीम ने दिया विवादित बयान
उन्होंने आगे कहा कि "ये अल्लाह के करम से होगा और हम इस लक्ष्य को हासिल कर लेंगे. जब कभी भी कुछ होता है, हमारी बिरादरी कैंडल मार्च निकालती है और कहती है कि हमें इंसाफ चाहिए. मार्च निकालने से इंसाफ नहीं मिलेगा. अपने कद को इतना ऊंचा करो कि इंसाफ मांगने के बजाए इंसाफ दो."
अपने बयान से पलटे फिरहाद हकीम
फिरहाद हकीम के बयान पर काफी विवाद हुआ. उनके बयान पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी. भाजपा ने उनके बयान को खतरनाक और जहर बताया. अपने बयान पर चारों तरफ से घिरने के बाद हकीम ने अपने बयान पर कहा कि वह धर्म निरपेक्ष हैं और उन्हें देशभक्ति के मूल्यों में यकीन है.