Uttar Pradesh News: जांच एजेंसी ATS ने उत्तर प्रदेश में दो मुस्लिम नौजवानों को भारत विरोधी विचार रखने और भारत में शरिया कानून लागू करने की वकालत करने के इल्जाम में गिरफ्तार किया है. एजेंसी ने एक भारत विरोधी व्हाट्सएप ग्रुप 'Reviving Islam' का भी खुलासा किया है . ATS ने जिन दो मुस्लिम युवकों को गिरफ्तार किया है, उनमें से एक का संबंध उत्तर प्रदेश से है, जबकि दूसरे मुल्जिम का संबंध महाराष्ट्र से है.
इससे पहले उत्तर प्रदेश पुलिस ने बरेली से 'हैदरी ग्रुप' नामक संगठन के मुस्लिम नौजवानों को गिरफ्तार किया था. पुलिस का इलज़ाम था कि हैदरी दल के लोग मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ अत्याचार करते हैं, और उन्हें शरिया कानून का पालन करने के लिए फोर्स करते हैं. पुलिस बे हिदी ग्रुप के सोशल मीडिया अकाउंट को भी फ्रीज़ कर दिया था.
ATS ने खुलासा किया कि उत्तर प्रदेश के अमरोहा के रहने वाले आरोपी अजमल अली पाकिस्तान के एक व्हाट्सएप ग्रुप 'Reviving Islam' से जुड़ा हुआ था. इस ग्रुप में सांप्रदायिक नफरत और भारत विरोधी बातें की जाती थीं. इस ग्रुप में 400 से ज्यादा लोग जुड़े हुए हैं. ATS ने दावा किया है कि इस ग्रुप से जुड़े लोग सांप्रदायिक हिंसा को बढ़ावा देने और युवाओं का ब्रेनवॉश करने में शामिल थे.
भारत की चुनी हुई सरकार को गिरा कर शरिया लागू करने की करता था बात!
ATS ने दूसरे मुल्जिम युवक डॉ. उसमान माज शेख को गिरफ्तार किया है. उसमान पर आरोप है कि वह सोशल मीडिया इंस्टाग्रम के माध्यम से भारत विरोधी बातें करता था. साथ ही भारत की चुनी हुई सरकार को गिराकर, शरिया कानून लागू करने की बातें करता था.
मुल्जिम अजमल ने स्वीकार किया अपना गुनाह?
ATS ने मुल्जिम अजमल से पूछताछ की है, इस दौरान मुल्जिम अजमल अपने कथित अपराधों को स्वीकार किया है. अजमल ने बताया कि वह व्हाट्सएप पर रिवाइविंग इस्लाम ग्रुप के अलावा अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर कई पाकिस्तानी व्यक्तियों के संपर्क में था.
मुल्जिम अजमल के परिवार वालों ने क्या कहा?
वहीं, मुल्जिम अजमल के दादा ने जी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि उनके परिवार को पाकिस्तान से कोई मतलब नहीं है. मुल्जिम के दादा ने आशंका जताई है कि किसी ने अजमल का ब्रेनवॉश किया है. दादा का कहना है कि अजमल पढ़ने-लिखने वाला लड़का है. उन्होंने कहा कि वह ATS के साथ जांच में सहयोग कर रहे हैं.