Bahraich Dargah Jeth Mela 2025: उत्तर प्रदेश के बहराइच में सैयद सालार मसूद गाजी की दरगाह पर हर साल मशहूर जेठ मेला लगता है, लेकिन इस साल इस मेला पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. जिला प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से मेला लगाने की इजाजत देने से इनकार कर दिया है. प्रशासन का कहना है कि हाल ही में मुल्क और राज्य के कई इलाकों में हुई हिंसक घटनाओं और जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद माहौल संवेदनशील है. ऐसे में सामाजिक सौहार्द और कानून-व्यवस्था बनाए रखना जरूरी है, इसलिए मेला आयोजित करने की इजाज़त नहीं दी जा सकती.
वहीं, बहराइच प्रशासन के फैसले के बाद दरगाह प्रबंध कमेटी ने नोटिस चस्पा कर दिया है. इस नोटिस में साफ लिखा गया है कि मेला आयोजन को लेकर इस बार कोई तैयारी नहीं की गई है. मेला 2 फरवरी 2025 को था, उसी दिन मेला लगाने का ऐलान किया गया था. अब प्रशासन की इजाजत न मिलने के बाद मेले से जुड़ी सभी दुकानों और प्लाटों का आवंटन भी रोक दिया गया है.
जायरीन को संभालने की जिम्मेदारी किसकी
दरगाह प्रबंध कमेटी ने साफ कहा है कि मेले में आने वाले जायरीनों की सुरक्षा और व्यवस्था की जिम्मेदारी प्रशासन की है. अगर कोई जायरीन आते हैं, तो उसे नियंत्रित करना समिति के बस की बात नहीं है. इसके लिए पुलिस बल की जरूरत होगी. समिति ने प्रशासन के फैसले की जानकारी उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड लखनऊ को भी दे दी है.
दरगाह कमेटी ने लिया बड़ा फैसला
दरगाह कमेटी के अध्यक्ष बकाउल्लाह ने रविवार को एक प्रेस नोट भी जारी किया. इस नोट में साफ बताया कि मेला आयोजन से जुड़ी न तो कोई दुकान की रसीद काटी गई है, न ही किसी शोमैन्स प्लाट का आवंटन किया गया है. समिति ने प्रशासन के फैसले का सम्मान करते हुए मेला आयोजन रोक दिया है.
अलर्ट मोड पर है बहराइच पुलिस
वहीं, बहराइच पुलिस भी अलर्ट मोड पर है. पुलिस ने दरगाह इलाके में पेट्रोलिंग बढ़ा दी है और ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है. प्रशासन ने कहा है कि किसी भी अराजक तत्व को बख्शा नहीं जाएगा. फिलहाल, पूरे इलाके में सुरक्षा के सख्त इंतज़ाम हैं और सबकी नजरें प्रशासन और दरगाह समिति के अगले कदम पर टिकी हैं.