Bangladesh News: बांग्लादेश में भयंकर तबाही आने वाली है. विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि बांग्लादेश के सभी 64 जिले डेंगू के प्रभाव में आने वाले हैं. इस वक्त बांग्लादेश में डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है. विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगर समय रहते जरूरी कदम नहीं उठाए गए, तो यह पूरे बांग्लदेश को संकट में डाल सकता है.
बांग्लादेश के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (डीजीएचएस) के मुताबिक बीते रविवार सुबह तक (24 घंटों में) डेंगू से एक और व्यक्ति की मौत हो गई. इसके साथ ही इस साल में डेंगू से मरने वालों की कुल संख्या अब 56 हो गई है. वहीं, 420 लोग वायरल बुखार की वजह से अस्पताल में भर्ती हुए हैं, जिससे डेंगू के टोटल मरीजों की संख्या 14,880 हो गई है. भारत में भी हर साल डेंगू से हजारों लोगों की मौत हो जाती है. बांग्लादेश में बढ़ रहे डेंगू की समस्या को देखते हुए भारत सरकार अभी से ही अलर्ट मोड पर है. साथ ही डेंगू से बचने की तैयारियां शुरू कर दी गई है.
पूरे बांग्लादेश में फैल सकता है डेंगू
विशेषज्ञों का कहना है कि मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार की ओर से डेंगू फैलाने वाले मच्छरों को रोकने के लिए जो कोशिशें की जा रही हैं, वे काफी नहीं हैं. स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्दी और सही तरीके से कदम नहीं उठाए गए, तो यह डेंगू की समस्या पूरे देश के 64 जिलों में फैल सकता है.
इन इलाकों में बढ़ी डेंगू की समस्या
बांग्लादेश में नए डेंगू के मामले जिन इलाकों में सामने आए हैं, उनमें बरिशाल डिविजन में 116 मरीज, चटगांव डिविजन (शहर के बाहर) में 79 मरीज, ढाका डिविजन (नगर निगमों के बाहर) में 60 मरीज, ढाका साउथ सिटी कॉरपोरेशन में 57 मरीज और ढाका नॉर्थ सिटी कॉरपोरेशन में 25 मरीज शामिल हैं.
इन उपायों से रोका जा सकता है डेंगू की समस्या
कीट वैज्ञानिक कबीरुल बशार ने अंतरिम सरकार से अपील की है कि फॉगिंग पर निर्भर नहीं रहा जा सकता. उन्होंने कहा कि मच्छरों के प्रजनन स्रोतों और उनके पनपने की जगहों को चिन्हित कर खत्म करना जरूरी है. कबीरुल बशार ने बताया कि "फॉगिंग सिर्फ उन्हीं जगहों पर की जानी चाहिए जहां डेंगू के पुष्ट मामले सामने आए हैं. उन्होंने कहा कि हर जगह फॉगिंग करने का कोई खास फायदा नहीं होता, लेकिन फिर भी सरकार इसी को मुख्य तरीका बना रही है."
डेंगू के खिलाफ जागरूक्ता फैलाना जरूरी- कबीरुल बशार
बशार ने आगे कहा कि अगर लोग अपने घरों और आस-पास की जगहों पर मच्छरों के पनपने की जगहें नहीं साफ करेंगे, तो डेंगू को रोकना बहुत मुश्किल होगा. उन्होंने यह भी जोर दिया कि डेंगू के खिलाफ लोगों को जागरूक करना और इस समस्या से लड़ने में समाज के सभी लोगों की भागीदारी बहुत जरूरी है.