Bangladesh News: पिछले साल बांग्लादेश में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का तख्तापलट हो गया, जिसके बाद हसीना बांग्लादेश से निकलकर भारत के शरण में आ गई. बांग्लदेश की अंतरिम सरकार पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को सजा देना चाहती है. शेख हसीना पर बांग्लादेश की जनता के खिलाफ हिंसा करने और आम लोगों की हत्या करवाने का इल्जाम है. इसी कड़ी में बांग्लादेश में अंतरिम सरकार की अगुवाई करने वाले मोहम्मद यूनुस के प्रेस सचिव ने भारत को नैतिक्ता और और विवेक के साथ काम करने का सुझाव दिया है.
मोहम्मद यूनुस के प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में भारत से गुजारिश करते हुए कहा कि 'हम भारत से नैतिक्ता और विवेक को ध्यान में रखते हुए काम करने का आग्रह करते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि भारत, लंबे वक्त से बांग्लादेश के वैध गुजारिश को मानने से इंकार कर रहा है और पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को बांग्लादेश के हवाले नहीं कर रहा है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल शेख हसीना ने अपनी सकार के खिलाफ हो रहे भारी प्रोटेस्ट को दबाने के लिए पुलिस और आर्मी का इस्तेमाल किया और प्रदर्शनकारियों की हत्या करवाईं. बांग्लादेश से हसीना सरकार की तख्तापलट होने के बाद से हसीना और उनके करीबियों के खिलाफ गंभीर मामले चल रहा हैं.
हाल ही में बांग्लादेश की अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने शेख हसीना को 6 महीने की सजा सुनाई है. हालांकि शेख हसीना इस वक्त बांग्लादेश से बाहर हैं. अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने हसीना के जिरिए कार्ट का अवमानना और अपमान करने के इल्जाम में सजा सुनाई है. हालांकि बांग्लादेश में शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग के नेताओं ने इस फैसले का विरोध किया था.