Delhi News: दिल्ली पुलिस ने जिले के उत्तर-पश्चिम इलाके से हिन्दुस्तान में अवैध तौर से रहने वाले नौ बांग्लादेशी को गिरफ्तार कर लिया है, जिसमें बच्चें और महिलाएं भी शामिल है. इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने एक स्मार्टफोन भी बरामद किया है, जिसमें प्रतिबंधित IMO ऐप इंस्टॉल था. दिल्ली ने अवैध तौर पर रहने वालों के खिलाफ सतत निगरानी अभियान चलाया है, जिसके तहत यह गिरफ्तारी की गई.
दिल्ली पुलिस ने बताया, "विदेशी शाखा, उत्तर-पश्चिम जिला के वज़ीरपुर जे.जे. कॉलोनी से नौ बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया, जो भारत में अवैध रूप से रह रहे थे. उनके पास से एक स्मार्टफोन बरामद किया गया, जिसमें प्रतिबंधित IMO ऐप मौजूद था." पुलिस ने आगे बताया कि इन सभी लोगों ने कूच-बिहार सीमा के रास्ते भारत में अवैध रूप से प्रवेश किया था.
इन नौ बांग्लादेशियों को आगे की डीपॉर्टेशन प्रक्रिया के लिए आर.के.पुरम के विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (FRRO) को सौंप दिया गया है. पुलिस ने इन बांग्लादेशियों की पहचान मो. सईदुल इस्लाम, नाज़मा बेगम, नज़मुल अली ,अज़ीना बेगम, एपल अली, लादेन अली, इदुल अली, शायदा अख्तर, और आर्यन अली के रुप में किया है.
23 मई को की गई गिरफ्तारी
दिल्ली पुलिस ने छापेमारी 23 मई को भारत नगर थाना क्षेत्र में की थी. यह अभियान दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों की पहचान और उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए चलाए जा रहा है. पुलिस को इस इलाके में अवैध प्रवासियों के रहने की खबर विशेष खुफिया से मिली थी.
50 फुटपाथ और 100 गलियों की तलाशी
कई दिनों की मैनुअल और तकनीकी निगरानी के बाद, 23 मई को पुलिस को खबर मिली कि एक बांग्लादेशी नागरिक अवैध रूप से भारत नगर थाना क्षेत्र में रह रहा है, जिसके बाद पुलिस ने क्षेत्र को घेर लिया था. इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने लगभग 50 फुटपाथ और 100 गलियों की गहन तलाशी ली थी. पुलिस की सख्त पूछताछ के बाद मुल्जिमों ने स्वीकार किया कि वह बांग्लादेशी नागरिक है और भारत में अवैध रूप से रह रहा है. इससे मिली जानकारी के आधार पर अन्य पारिवारिक सदस्यों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
नौ बाग्लादेशी गिरफ्तार
कुल नौ बाग्लादेशी वज़ीरपुर जे.जे. कॉलोनी में बिना दस्तावेज़, वीज़ा या परमिट के अवैध रूप से रह रहे थे, जो विदेशी एक्ट, 1946 और अन्य प्रवास कानूनों का उल्लंघन है. सभी को मौके गिरफ्तार कर विदेशी शाखा कार्यालय लाया गया, जहाँ उनसे विस्तृत पूछताछ और दस्तावेज़ीकरण किया गया है. पुलिस की पूछताछ में एक शख्स ने बताया कि उसका पूरा परिवार हरियाणा के मेवात जिले में एक ईंट भट्टे में काम करता था, लेकिन गिरफ्तारी के डर से वहां से भाग गए थे. इसके बाद से यह लोग हमेशा अपना ठिकाना बदलते रहते हैं.