Murshidabad Violence: मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा के बाद सुप्रीम कोर्ट ने नए गाइडलाइंस जारी किए थे. अब मध्य-प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार पर निशाना साधा है. दिग्विजय सिंह ने कहा, "पूरे देश मे ऐसा माहौल बनाया जा रहा है, जिसमें अल्पसंख्यको को दुश्मन की तरह देखा जाए. जहां डबल इंजन की सरकार है वहां ऐसा हो रहा है. झूठे मुकदमे दर्ज कर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है."
सुप्रीम कोर्ट ने मुर्शिदाबाद में हुई साम्प्रदायिक दंगों को काबू करने के लिए गाइडलाइंस जारी की थी. कोर्ट ने कहा, "जहां-जहां दंगे फसाद हुए हैं, उन्हें डिस्टर्ब एरिया घोषित कर जुलूस आदि निकालने की अनुमति न दी जाए." सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइंस पर दिग्विजय सिंह ने कहा, "जुलूस में डीजे पर भद्दे गाने बजाए जाते हैं और भद्दे नारे लगाये जाते हैं .पत्थरबाजी और दंगा होता है. एक कम्युनिटी पर मामला दर्ज किया जाता है"
बिना अनुमति जुलूस नहीं निकाला जाए
मध्य प्रदेश के गुना इलाके में एक व्यक्ति पर लगातार दंगे कराने की जानकारी सामने आई है, जहां बिना अनुमति के जुलूस निकाला गया है. दिग्विजय का कहना है कि सरकार ऐसे पुलिस अफसर को रखती है, जो झूठे केसों में फँसाते हैं. राज्य सरकार खुद नियमों का पालन नही करती और हाईकोर्ट को भी गुमराह करने की कोशिश करती है. प्रेंस कॉन्फ्रेंस के दौरान दिग्विजय ने कहा है कि अब एक नई कोशिश शुरू हुई है, जिसमें कहा जा रहा है कि आप मुसलमान की दुकान से सामान मत खरीदिए, यह कानून जुर्म है.
FIR दर्ज करवाउगां
पूर्व मुख्यमंत्री ने रामदेव पर निशाना साधते हुए कहा है कि रामदेव बाबा नही व्यापारी हैं. भगवा रंग के कपड़े पहनकर व्यापार करने वालों को सम्मान की नजर से नही देखना चाहिए. 2011 में दिग्विजिय ने उन्हें ठग कहा था. तब रमादेव बाबा ने पूर्व मुख्यमंत्री पर मानहानि का केस कर दिया था. इसपर दिग्विजय ने कहा, "उनके पास कोई प्रमाण नही है , मेरे पास इतने प्रमाण है कि वह खड़े नही हो सकते हैं. सेना ने भी इनके प्रोडक्ट को रिजेक्ट कर दिया , नेपाल में रिजकटेड है. अब वह रूहअफजा न पीने की सलाह दे रहे हैं , कहते हैं कि हमारा पेय पदार्थ पिएं , यह BNS की धारा के तहत जुर्म है. मैं रामदेव के खिलाफ थाने जाकर FIR दर्ज कराउंगा." कोरोना के वक्त में रामदेव ने कोरोनिल दवा लॉन्च की थी, जिसपर बाद में केंद्र सरकार ने रोक लगा दी थी. सुप्रीम कोर्ट भी पतंजलि पर 1 हज़ार करोड़ का जुर्माना लगा चुकी है. पतंजलि के घी में भी मिलावट पाई गई है.