Gaza Crisis: गाजा में जारी मानवीय संकट के बीच अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य संगठन डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स ने एक गंभीर चेतावनी जारी की है. संगठन का कहना है कि गाजा में कुपोषण के मामले पहले कभी नहीं देखे गए इतने भयानक स्तर तक पहुंच गए हैं. खासतौर पर गर्भवती महिलाएं और छोटे बच्चे बहुत बुरी हालत में हैं. उन्हें खाने-पीने की ज़रूरी चीज़ें नहीं मिल पा रहीं, जिससे उनका स्वास्थ्य तेजी से बिगड़ रहा है.
एमएसएफ की रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिणी गाजा स्थित अल-मवासी क्लिनिक और उत्तरी गाजा स्थित गाजा सिटी क्लिनिक में अब तक कुपोषण के सबसे ज़्यादा मामले सामने आए हैं. इन दोनों क्लिनिकों में 700 से ज़्यादा गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताएं और लगभग 500 बच्चे इलाज के लिए आ चुके हैं. अकेले गाजा सिटी क्लिनिक में ही मई और जुलाई 2025 के बीच मरीजों की संख्या चार गुना बढ़ गई है.
गाजा में एमएसएफ के उप चिकित्सा समन्वयक मोहम्मद अबू मुग़ासिब ने स्थिति को गंभीर बताते हुए कहा, "यह पहली बार है जब हमने गाजा में इतने अधिक और गंभीर कुपोषण के मामले देखे हैं. यहां लोगों को जानबूझकर भूखा रखा गया है. अगर इज़रायली अधिकारी खाद्य आपूर्ति की इजाजत दें तो यह संकट तुरंत समाप्त हो सकता है." एमएसएफ की डॉक्टर जोआन पेरी ने कहा कि गर्भवती महिलाओं की स्थिति और भी चिंताजनक है. छह महीने से ज़्यादा गर्भवती कई महिलाओं का वज़न 40 किलो से भी कम है. उन्होंने कहा, "माताएं रो रही हैं और अपने बच्चों के लिए खाना मांग रही हैं."
डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स ने की ये अपील
संगठन के मुताबिक, अक्टूबर 2023 से पहले लगभग 500 ट्रक प्रतिदिन राहत सामग्री लेकर गाजा पहुंचते थे, लेकिन मार्च 2024 से 500 ट्रक भी नहीं पहुंचे हैं. इसका मतलब है कि गाजा को जानबूझकर खाद्य आपूर्ति से वंचित किया जा रहा है. खाद्य सामग्री या तो उपलब्ध नहीं है या बहुत महंगी हो गई है. लोगों की क्रय शक्ति कम हो गई है और कुपोषण के कारण शिशुओं की प्रतिरक्षा प्रणाली बुरी तरह प्रभावित हुई है. साथ डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से इज़रायल पर गाज़ा में मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए दबाव डालने का आह्वान किया है.