Israel Syria Conflict: इजरायल ने सीरिया के आंतरिक मामलों में दखल देते हुए राजधानी दमिश्क और दक्षिणी सीरिया में भीषण हवाई हमले कर रहा है. इजरायल का कहना था कि वह सीरिया में ड्रूज़ कबीले के लेगों की रक्षा कर रहा है, लेकिन ड्रूज़ कबीला के एक बड़े धार्मिक नेता ने इजरायल की पोल खोल दी है. ड्रूज़ धार्मिक नेता शेख यूसुफ जरबु ने सीरिया पर इजरायली हमले की निंदा की है. साथ ही उन्होंने कहा है कि सीरिया पर इजरायल का कोई भी हमला ड्रूज़ कबीले पर हमला माना जाएगा.
शेख यूसुफ ने यह बयान बीते बुधवार को राजधानी दमिश्क में इजरायली हमले के बाद दिया है. जिस समुदाय की हिफाजत करने के बहाने सीरिया के सेना और रक्षा मंत्रालय पर हमले किए गए हैं. अब उसी ड्रूज़ समुदाय के धार्मिक नेता इजरायल के हमले को अपने समुदाय पर हमला बता रहे हैं.
फिलहाल अमेरिका के हस्तक्षेप के बाद यह मामला शांत हो गया है. अमेरिकी विदेश मंत्री मारको रूबियो ने बुधवार की देर रात सीजफायर की घोषणा की. उन्होंने कहा कि सभी पक्ष सीजफायर समझौते पर सहमत हो गए हैं. वहीं, ड्रूज़ धार्मिक नेता यूसुफ जरबु ने सीरिया की जुलानी सरकार से अपील की है कि सीजफायर बाधित करने और उससे उत्पन्न बाधाओं दूर करेगी. यूसुफ जरबु यह भी दावा किया है कि इस सीजफायर समझौते को दक्षिणी सीरिया के स्वेदा शहर में व्यापक समर्थन प्राप्त है.
बता दें कि दक्षिणी सीरिया के सुएदा इलाके में ड्रूज़ कबीले के लोगों की बहुलता है. बीते सोमवार को यहां ड्रूज़ कबीले के लोगों और एक अन्य स्थानीय कबीले के बीच खूनी झड़प हो गई. इस घटना के बाद हिंसा तेजी से बढ़ने लगी.आखिर में सीरिया की मौजूदा आर्मी ने इस क्षेत्र में शांति और कंट्रोल स्थापित करने की कोशिश की, जिसके बाद सीरियन आर्मी और ड्रूज़ समुदाय के बीच गोलीबारी शुरू हो गई. इस घटना में अबतक 169 लोगों की मौत हो गई है और सैकड़ों लोग घायल है. यह आंकड़ा सीरियन मानवाधिकर संगठन ने जारी किया है.