Ceasefire: मिस्र और फिलिस्तीन के प्रधानमंत्री ने मुलाकात की है. मुस्तफा मदबौली और मोहम्मद मुस्तफा के मुलाकात का अहम मूद्दा गाजा में सीजफायर को दोबारा शुरु करने के साथ-साथ रिकवरी और रि-कंस्ट्रक्शन का है. सीजफायर को आगे बढ़ाने के लिए क्या-क्या काम किए जा रहे हैं या फिर क्या-क्या काम हो सकते हैं. इन मुद्दों पर भी बातचीत की गई है.
इतवार को मिस्र कैबिनेट के जारी एक बयान के मुताबिक, इस बातचीत में मिस्र के प्रधानमंत्री ने गाजा में सीजफायर को लगाने और सभी हालातों को बेहतर करने के लिए जल्द काम शुरु करने पर जोर दिया है. इसके साथ ही उन्होंने गाजा के लोगों के जमीनी हक का सपोर्ट भी किया है.
इंटरनेशनल ग्रूप का भी सपोर्ट चाहिए ; मदबौली
समाचार सिन्हुआ के मुताबिक मदबौली ने कहा, "गाजा रि-कंस्ट्रक्शन के प्लान को महीने की शुरुआत में इमरजेंसी अरब शिखर समिति के जरिए इजाजत मिल गई है. इस काम को आगे बढ़ाने के लिए फिलिस्तीनी लोगों के साथ-साथ इंटरनेशनल ग्रूप का भी सपोर्ट चाहिए."
स्कीम की तैयारियों की दी जानकारी
जिसके जवाब में मुस्तफा ने रिकवरी और रि-कंस्ट्रक्शन के कामों को आसान बनाने के लिए सीजफायर को बनाए रखने पर जोर दिया है. साथ ही उन्होंने गाजा के हालातों को बेहतर करने के लिए अरब और इस्लामिक देशों से चल रही बातचीच और स्कीम की तैयारियों के बारे में मदबौली को जानकारी दी है.
सैकड़ों लोग मारे गए
4 मार्च को अरब शिखर समिति ने 53 बिलियन डॉलर के प्लान को मंजूरी दी, जिसका काम पाँच सालों में गाजा के लोगों को हटाए बिना फिर से जगहों और इमारतों को बनाने का है. दो महीने के बाद सीजफायर पूरी तरह से खत्म हो गया है, क्योंकि सीजफायर होने के बावजूद भी इजरायल ने 18 मार्च की सुबह से गाजा पर हवाई हमले और बमबारी शुरु कर दी, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए हैं.
इन हमलों में 50,000 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिसमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं. वही यूनाइडेंट नेशन के मुताबिक 60 फीसदी से ज्यादा घर और 65 फीसदी सड़कें तबाह हो गई हैं. इसके अलावा गाजा के स्वास्थय अफसरों ने भी इतवार को बताया है, मंगलवार से तकरीबन 673 लोग मारे गए हैं और 1,233 घायल हुए हैं.
स्कीम का मकसद
इस पाँच साल के स्कीम का मकसद गाजा के 2 मिलियन आबादियों के लिए रहने की जगह सुरक्षित करना है, जिसमें ज्यादातर जंग के वक्त बेघर हो गए है. इसके साथ ही जरुरत की चीजें भी उपलब्ध करवाना है.