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अभिनेता शिहान हुसैनी ने ली आखिरी सांस, कराटे ट्रेनर के तौर पर दुनियाभर में कमाया था नाम

Tamilnadu News: साउथ फिल्म इंडस्टी के बड़े मुस्लिम अभिनेता शिहान हुसैनी की मौत हो गई है. वह लंबे वक्त से बल्ड कैंसर जैसे गंभीर बिमारी से लड़ रहे थे. पूरी जानकारी के लिए नीचे स्क्रॉल करें.

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अभिनेता शिहान हुसैनी ने ली आखिरी सांस, कराटे ट्रेनर के तौर पर दुनियाभर में कमाया था नाम
Zee Salaam Web Desk|Updated: Mar 25, 2025, 04:49 PM IST
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Tamilnadu News: साउथ फिल्म इंडस्ट्री के एक बड़े मुस्लिम अभिनेता शिहान हुसैनी ने आज आखिरी सांसे ली. शिहान सुसैनी के मौत से उनके परिवार वालों पर शोक का पहाड़ तूट पड़ा है. अभिनेता शिहान हुसैन की मौत की जानकारी उनके परिवार वालों ने सोशल मीडिया प्लेट फॉर्म फेसबुक पर एक पोस्ट के जरिए दी है. शिहान हुसैन एक अच्छे अभिनेता के साथ तीरंदाजी, कराटें समेत कई फिजिक्ल एक्टिविटी और कलाओं में उन्हें महारत हासिल थी. शिहान की मौत से साउथ फिल्म इंडस्ट्री के बीच से हमेशा के लिए एक योग्य अभिनेता चला गया है. मौत के बाद कई फिल्म स्टार पवन कल्याण समेत कई दिग्गज लोगों ने शोक व्यक्त किया है.

दरअसल, अभिनेता शिहान हुसैन लंबे वक्त से बल्ड कैंसर जैसे गंभीर बिमारी से लड़ रहे थे. शिहान हुसैनी लगभग 60 साल के उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया है. उनके परिवार वालों ने एक फेसबुक पोस्ट में बताय है कि उनकी मौत मंगलवार को चेन्नई स्थित एक नीजी अस्पताल में अचानक हो गई है. पोस्ट में लिखा गया था कि मुझे यह बताते हुए बेहद दुख हो रहा है कि हुसैनी हमें छोड़कर चले गए. वहीं, तमिलनाडु तीरंदाजी संघ के प्रवक्ता अश्विन कुमार अय्यर ने कहा कि टीएएटी के संस्थापक और महासचिव शिहान हुसैनी का देर रात एक बजकर 45 मिनट पर निधन हो गया है.

गौरतलब है कि शिहान हुसैनी कई प्रतिभाओं के धनी व्यक्ति थे, जिन्हें मूर्तिकारी, चित्रकारी, मार्शल आर्ट और तीरंदाजी में महारत हांसिल थी. हुसैनी ने ल्यूकेमिया (रक्त कैंसर) के बावजूद अपने जिस्म को चिकित्सा अनुसंधान के लिए दान करने का फेसला लिया था. अय्यर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह डॉक्टर तय करेंगे कि कौन सा अंग निकाला जा सकता है. उन्होंने कहा कि शिहान हुसैनी के लाश को उनके परिवार वालों को सौंप दिया जाएगा. अभिनेता के पार्थिव शरीर को उनके स्टूडेंट्स और दूसरे लोगों के आखिरी दर्शन के लिए शाम सात बजे तक बेसेंट नगर स्थित उनके घर पर रखा जाएगा. इसके बाद पार्थिव शरीर को दफन करने के लिए मदुरै ले जाया जाएगा.

 उनके घरवालों ने लोगों से अपील की है कि जो कोई भी शिहान को श्रद्धांजलि देने उनके घर आ रहे हैं, वो अपनी पोशाक में आएं (कोई भी रंग ठीक है). यह भी कहा गया है कि यदि हो सके तो अपने धनुष और बाण के साथ आएं और कुछ तीर चलाएं. परिवार वालों ने उनके  सभी स्टूडेंट्स से अपील की है कि कराटे प्रस्तुतकर्ता दोपहर तीन बजे इकठा हों और कराटे में अपनी दक्षता का प्रदर्शन करें. 

अय्यर ने कहा कि तमिलनाडु में तीरंदाजी की स्थापना और विकास के पीछे शिहान हुसैनी का बड़ा योगदान था और उनके अथक प्रयासों से राज्य में तीरंदाजी के कई चैंपियन तैयार हुए जिन्होंने राज्य और देश का गौरव बढ़ाया. हुसैनी की पहचान कराटे प्रशिक्षक के रूप में बनी थी. उन्होंने 101 कारों से अपने हाथ को कुचलवाकर, 5,000 टाइलें और 1,000 ईंटें तोड़कर अपनी बेजोर शक्ति का प्रदर्शन किया था. उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत कमल हासन की 'पुन्नागई मन्नन' (1986) से की, और रजनीकांत की 'वेलाइकरन' सहित कई फिल्मों में काम किया.

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