गुवाहाटी: साबिक लोकसभा सांसद, मौलाना और ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के सदर बदरुद्दीन अजमल ने असम के एक विधायक की बीवी को लेकर कथित नाजेबा तनकीद के लिए सोमवार को माफी मांग ली है.
माफ़ी मांगते हुए अजमल ने कहा कि उनका इरादा किसी को ठेस पहुंचाने का नहीं था. वो औरतों की बहुत इज्ज़त करते हैं. अजमल से इतवार को नामा निगारों ने बातचीत के दौरान कुछ साल पहले गुवाहाटी के एक कॉलेज में फैकल्टी मेंबर के तौर पर निर्दलीय विधायक अखिल गोगोई की पत्नी गीताश्री तामुली की तकर्रुरी को लेकर उठे मुतनाज़े पर टिप्पणी मांगी थी.
आखिर बदरुद्दीन अजमल ने क्या कहा था ?
पूर्व सांसद (69) ने कथित तौर पर कभी कहा था कि वह तामुली पर इसलिए कोई कमेंट नहीं करेंगे, क्योंकि वह एक 'बूढ़ी महिला' हैं. आगे उन्होंने कहा था कि हालांकि वह बुजुर्ग हैं, लेकिन वह खुद को नौजवान मानते हैं. अगर यह मुद्दा किसी 'युवा लड़की' से जुड़ा होता तो वह अपनी टिप्पणी देते. इस मामले को लेकर उस वक़्त भारी विवाद हो गया जब अखिल गोगोई की सदारत वाली राजनीतिक पार्टी रायजोर दल के सदस्यों ने सोमवार को अजमल के खिलाफ पुलिस में कम से कम दो शिकायतें दर्ज कराईं और उनके सेक्सिएस्ट कमेंट के लिए अजमल के खिलाफ तत्काल और कड़ी कार्रवाई की मांग की थी. अखिल गगोई की पार्टी ने कहा कि यह टिप्पणी न सिर्फ तामुली का की निजी बेईज्ज़ती है, बल्कि सभी महिलाओं का भी अपमान है.
केस दर्ज होने पर पूर्व सांसद ने मांगी माफ़ी
पूर्व सांसद अजमल ने एक वीडियो पैगाम में अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगी है, और दावा किया है कि उनका इरादा किसी को ठेस पहुंचाने या बेईज्ज़ती करने का नहीं था. उन्होंने कहा, " मैं औरतों की बहुत इज्ज़त करता हूँ. मीडिया के एक वर्ग ने विवाद पैदा करने के लिए उनके शब्दों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया है." पूर्व सांसद ने कहा, "मुझे यह कहने में कोई शर्म नहीं है कि अगर मैंने किसी को अपने शब्दों से ठेस पहुंचाई है, तो मुझे इस बात का बेहद अफ़सोस है. मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं था. और अगर अनजाने में मैंने किसी को ठेस पहुंचाई है तो मैं बार-बार माफी मांगने के लिए तैयार हूं."
तामुली क्यों है चर्चा में ?
गौरतलब है कि विधायक अखिल गगोई की बीवी तामुली की कॉलेज में नियुक्ति पर विवाद तब शुरू हुआ था जब असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने पिछले सप्ताह राज्य विधानसभा में इस बात की तरफ इशारा किया था कि तामुली को उससे ज्यादा काबिल उम्मीदवारों को दरकिनार करने के बाद उसे नौकरी दी गई है.
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