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फिलिस्तीन पर फ्रांस के इस फैसले से बौखलाया इजरायल, अरब देशों ने किया स्वागत

Emmanuel Macron: फ्रांस के राष्ट्रपति ने कहा है कि वह फिलिस्तीन को एक राष्ट्र के रूप में मान्यता देंगे. इस फैसले पर फिलिस्तीन समते आरब मुल्कों में खुशी की लहर है. वहीं, इजरायल फ्रांस के इस फैसले से खास नाराज है. पूरी खबर जानने के लिए नीचे स्क्रॉल करें.   

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फिलिस्तीन पर फ्रांस के इस फैसले से बौखलाया इजरायल, अरब देशों ने किया स्वागत
Zeeshan Alam|Updated: Jul 25, 2025, 01:01 PM IST
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Emmanuel Macron: फ्रांस के राष्ट्रपति ने बीते गुरुवार को फिलिस्तीन के समर्थन में एक बड़ा ऐलान किया. उन्होंने कहा कि वह आगामी सितमंबर में फिलिस्तीन को एक संप्रभु राष्ट्र के रूप में मान्यता देगा. इस फैसले से फिलिस्तीन समेत अरब के मुल्कों में खुशी की लहर है. वहीं, इजरायल ने इस फैसले का विरोध किया है. इजरायली प्रधानमंत्री ने कहा है कि फ्रांस के जरिए फिलिस्तीन को देश के रूप में मान्यता देना इजरायल के अस्तीत्व के लिए खतरा पैदा करेगा.  

दुनिया के देश फिलिस्तीन को दें मान्यता-सऊदी अरब
फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के जरिए फ़िलिस्तीन राज्य को मान्यता देने के फैसले पर सऊदी अरब ने खुशी का इजहार किया है. सऊदी अरब ने इमैनुएल मैक्रों के इस ऐतिहासिक फ़ैसले की सराहना की है. इसके साथ ही दुनिया के वह देश जिन्होंने फिलिस्तीन को मान्यता नहीं दी है. उनसे फ्रांस की तरह कदम उठाने की गुजारिश की है.  

इजरायली PM ने क्या कहा?
वहीं, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने फ्रांस के इस फैसले का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि फ़्रांस का यह फ़ैसला आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला है और इज़राइल के अस्तित्व के लिए ख़तरा पैदा करेगा. नेतन्याहू ने एक बयान में कहा कि इमैनुएल मैक्रों के इस क़दम से ईरान की एक और प्रॉक्सी देश बनने का ख़तरा है.

यरुशलम होगी फिलिस्तीन की राजधानी
सऊदी विदेश मंत्रालय ने फ्रांस के इस फैसले के बाद एक बयान जारी कर कहा कि सऊदी राज्य फ्रांस के इस ऐतिहासिक फ़ैसले की सराहना करता है. बयान में कहा गया है कि फ्रांस का यह फैसला फ़िलिस्तीनी लोगों के आत्मनिर्णय के अधिकार और 1967 की सीमाओं पर अधारित मुल्क का समर्थन करता है. बयान में कहा गया कि फ्रांस के इस फैसले से साबित होता है कि पूर्वी यरुशलम को फिलिस्तीन की राजधानी बनाकर स्वतंत्र राज्य स्थापित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की सहमति को दर्शाता है. 

जॉर्डन ने कह दी ये बात
जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने भी इमैनुएल मैक्रों के इस फैसले पर खुशी जाहिर की है. जॉर्डन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सूफ़ियान कुदाह ने फ्रांस के इस फैसले को द्वि राष्ट्र समाधान को सच में लागू करने और फिलिस्तीन पर इजरायली कब्जे को खत्म करने वाला फैसला बताया है. 

फिलिस्तीनी ऑथोरिटी ने व्यक्त की खुशी
फ़िलिस्तीनी ऑथोरिटी के उप राष्ट्रपति हुसैन अल-शेख ने फ़्रांस के जरिए फ़िलिस्तीन को एक राज्य के मान्यता देने की इस फैसले का स्वागत किया है और मैक्रों का आभार व्यक्त किया है. 

इमैनुएल मैक्रों ने क्या कहा?
राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने बीते गुरुवार को इस बात की घोषणा की थी कि वह आगामी सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा में फ़िलिस्तीन को एक राज्य के रूप में मान्यता देंगे. उन्हों ने एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा कि मिडिल ईस्ट में स्थायी शांति के स्थापित करने के लिए उन्होंने यह फैसला लिया है. 

इतने देश फिलिस्तीन को देश के रूप में देते हैं मान्यता
गौरतलब है कि फ्रांस सहित, फ़िलिस्तीनी राज्य को अब दुनिया के 142 देशों के जरिए मान्यता मिल चुकी हैं. हालाँकि इज़राइल और अमेरिका के जरिए फिलिस्तीनी राज्य को मान्यता देने वाली फैसले का कड़ा विरोध किया जाता है. 

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