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Hathras Stampede: हाथरस भगदड़ मामले में इन लोगों पर FIR दर्ज, 'भोले बाबा' का नहीं है नाम

Hathras Stampede News​:  हाथरस के फुलवाई गांव में 2 जुलाई को सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 121 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है. जबकि 100 से ज्यादा लोग जख्मी हैं. इस हादसे के बाद कई सवाल उठ रहे हैं. हालांकि, पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है.

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Hathras Stampede: हाथरस भगदड़ मामले में इन लोगों पर FIR दर्ज, 'भोले बाबा' का नहीं है नाम
Tauseef Alam|Updated: Jul 03, 2024, 07:02 PM IST
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Hathras Stampede News​: उत्तर प्रदेश के हाथरस के फुलवाई गांव में 2 जुलाई को सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 121 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है. जबकि 100 से ज्यादा लोग जख्मी हैं. इस मामले में पुलिस ने मुख्य सेवादार देव प्रकाश और अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है,  पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 की धारा 105, 110, 126 (2), 223 और 238 के तहत मुकदमा दर्ज किया है, लेकिन पुलिस की इस एफआईआर पर भी सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि इसमें सत्संग कराने वाले भोले बाबा का नाम शामिल नहीं है.

पुलिस और आयोजकों पर उठ रहे हैं सवाल
अधिकारियों के मुताबिक, सत्संग के आयोजन के लिए इजाजत ली गई थी, लेकिन पुलिस से सिर्फ 80 हजार श्रद्धालुओं के शामिल होने की इजाजत मांगी गई थी. इसी के मुताबिक प्रशासन ने आयोजन स्थल पर व्यवस्थाएं की थी. 2 जुलाई को सत्संग में 2.5 लाख से ज्यादा श्रद्धालु आए थे. आयोजकों ने पुलिस से श्रद्धालुओं की संख्या छिपाई, लेकिन इस पर भी सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि आयोजन सुबह से चल रहा था और ढाई लाख लोगों की भीड़ पुलिस को कैसे नजर नहीं आई.

प्रशासन की खुली पोल
इस हादसे ने पुलिस और प्रशासन के इंतजामों की भी पोल खोल दी है. भगदड़ के दौरान पुलिसकर्मी बेबस नजर आए. हाथरस के ट्रॉमा सेंटर में जब शव पहुंचने लगे, तो वहां कोई इंतजाम नहीं था। एक श्रद्धालु ने बताया कि जब वह ट्रॉमा सेंटर गया, तो वहां सिर्फ एक जूनियर डॉक्टर और एक फार्मासिस्ट मौजूद थे. सीएमओ भी मौजूद नहीं थे. वह डेढ़ घंटे बाद अस्पताल पहुंचे. शुरुआत में डॉक्टर स्ट्रेचर पर ही घायलों को प्राथमिक उपचार दे रहे थे. हालत गंभीर होने पर रेफर कर दिया गया.

इस वजह से मच गई भगदड़
वहीं इस हादसे की वजह भीषण गर्मी और उमस भी बताई जा रही है. एक श्रद्धालु ने बताया कि वह सुबह 8 बजे से सत्संग सुनने आए थे. लेकिन दोपहर होते-होते भीषण गर्मी और उमस हो गई. श्रद्धालु बस यही चाहते रहे थे कि सत्संग खत्म हो और घर जाएं. सत्संग खत्म होते ही लोग बाहर निकलने के लिए बेकाबू हो गए. फिर एक-दूसरे को धक्का देने लगे. इस दौरान भगदड़ मच गई.

प्रशासन ने सत्संग पर लगाई रोक
इस बीच आगरा प्रशासन ने भोले बाबा के सत्संग पर रोक लगा दी है. यह सत्संग 4 जुलाई को होना था. आयोजकों ने इसकी तैयारियां भी कर ली थीं. उप जिलाधिकारी से अनुमति भी ले ली गई थी. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.

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