Isreal Film Festival Postponed: हाल ही में चेन्नई में 'इजरायली फिल्म फेस्टिवल 2025' का जश्न होने वाला था, जिसे अब 'इंडो सिने एप्रिसिएशन फाउंडेशन' ने रद्द कर दिया है. यह फैसला कई देशों के बढ़ते विरोध प्रदर्शन के वजह से लिया गया है. इजरायली हमलों में अब गाजा पट्टी के आस्पतालों को भी निशाना बनाया जा रहा है.
इजरायली फिल्म फेस्टिवल 29 से 31 मई तक तमिलनाडु गवर्नमेंट म्यूजिक कॉलेज में आयोजित होने वाला था. लेकिन, 26 मई को 'तमिलनाडु प्रोग्रेसिव राइटर्स एंड आर्टिस्ट्स एसोसिएशन' ने कड़ा बयान जारी करते हुए आईसीएएफ से इस कार्यक्रम को पूरी तरह रद्द करने की मांग की. ICAF ने अपने बयान में है कि कुछ संवेदनशील हालातों के वजह से आयोजन को फिलहाल टाल दिया गया है.
इजरायली जश्न को रद्द करने की अपील
तमिलनाडु एसोसिएशन ने बयान में कहा, "जब गाजा में इजरायली सैन्य अभियान जारी है, ऐसे वक्त में इजरायल की संस्कृति से जुड़ा कोई भी जश्न मनाना गलत है. यह सांस्कृतिक जश्न राजनीतिक संवेदनशीलता की कमी को जाहिर करता है." TNPWAA ने आगे कहा कि यह सिर्फ एक फिल्म स्क्रीनिंग नहीं है, बल्कि एक ऐसे देश और राजा को सपोर्ट करना है, जो फिलीस्तीनियों पर किए जा रहे हमलों को लेकर इंटरनेशनल स्तर पर आलोचना का सामना कर रहा है. तमिलनाडु हमेशा से ही दुनिया भर के पीड़ितों के साथ खड़ा रहा है."
तिरुवल्लूर के कांग्रेस नेता का बयान
तिरुवल्लूर से कांग्रेस सांसद शशिकांत सेंथिल ने भी इस फिल्म फेस्टिवल का विरोध किया है. उन्होंने कहा है कि हम कला का सम्मान करते हैं, क्योंकि कला बातचीत और हमदर्दी जाहिर करने का जरिया है. शशिकांत सेंथिल ने कहा, "कभी-कभी ऐसे पल आते हैं जब चुप्प रहना भी सही नहीं होता है. जब मानवीय संकट अपने गंभीर चरम पर हो, तब छोटा कदम भी बड़ा असर डालता है." सांसद ने आगे कहा, "गाजा में हो रहे लगातार हमले, नागरिकों की मौत और नाकाबंदी के बीच, इस तरह के जश्न को आयोजित करना इजरायल को सपोर्ट करने जैसा है."
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब हिन्दुस्तान में किसी ज़रायली सांस्कृतिक कार्यक्रम को रद्द किया गया हो. पिछले साल भी अगस्त में 'नेशनल फिल्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन' ने मुंबई के 'नेशनल म्यूज़ियम ऑफ इंडियन सिनेमा' में होने वाले 'इजरायली फिल्म फेस्टिवल' को रद्द कर दिया था.