नई दिल्ली: दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में पुलिस ने दंगा फैलाने के गर्ज़ से एक बड़ी साजिश को नाकाम करते हुए उसका पर्दाफाश किया है. यहाँ के एक एक गौशाला में भैंस का गोश्त रखने के बाद उसे गाय का मांस बताकर दंगा भड़काने की कोशिश की गई, लेकिन पुलिस ने इस प्लानिंग का नाकाम करते हुए दो मुलजिमों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दीगर फरार मुलजिमों की तलाश जारी है.
पुलिस के मुताबिक, 12 मार्च को, गाजियाबाद के सिहानीगेट थाना पुलिस को खबर मिली थी कि लोहियानगर इलाके में वाके श्रीराम गौशाला में गौमांस मिला है. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उस गोश्त को जब्त कर लिया. बाद में जांच में पता चला कि यह मांस भैंस का था. पुलिस जांच में पाया गया कि इस गोशाला के पास ही एक दूसरी गोशाला चलाने वाली लड़की छाया शर्मा और उसके साथियों ने मिलकर यह साजिश रची थी. उनका मकसद इस साजिश के बहाने इस गौशाला पर कब्जा करना और इलाके में धार्मिक उन्माद फैलाना था. साजिशकर्ताओं ने पहले खुद बाजार से मांस खरीदकर गौशाला में रखा और फिर खुद ही गौरक्षकों को सूचना देकर माहौल भड़काने की कोशिश की थी.
जांच में पाया गया भैंस का गोश
पुलिस ने इस मामले में दो मुलजिमों योगेश चौधरी और शिवम को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. उन्होंने बताया कि हिण्डन विहार के एक बाज़ार से मांस खरीदा था. इसके बाद, उन्होंने गूगल से इलाके के गौरक्षक का नंबर निकालकर उन्हें एक फर्जी नाम पर खरीदे गए मोबाइल नंबर से काल कर गौशाला में गो हत्या और गाय का मास मिलने की खबर दी थी. सूचना देने के बाद अपना मोबाइल बंद कर दिया था. सूचना पर जब पुलिस मौके पर पहुंची तो पुलिस को शक हुआ, क्योंकि मौके पर न तो खून के निशान थे और गौकशी होने के कोई सबूत थे. पुलिस ने मौके पर पहुंचे गौ रक्षकों को समझा- बुझाकर वापस भेज दिया. पुलिस ने जब मौके पर मिले गोश्त की जांच करवाई तो वह गाय का नहीं, बल्कि भैंस का मांस पाया गया.
पुलिस ने ऐसी खोली साजिश की पोल
पुलिस के मुताबिक, शिव चंडी गौशाला छाया शर्मा नाम की एक लड़की और उसके पिता चलाते हैं. कुछ दिनों बाद उसके एक रिश्तेदार ने भी श्रीराम गोशाला के नाम से एक गौशाला खोल दिया. लेकिन छाया शर्मा गौशाला को भी हासिल करना चाहती थी. इसलिए उसने अपने पिता और अपनी गोशाला के कुछ मुलाजिमों के साथ मिलकर साजिश रची थी. जब पुलिस ने घटना की शुरुआती सूचना देने वाले की जानकारी जुटाई, तो घटना की पूरी साजिश सामने आने लगी.
पुलिस ने इस मामले में 5 लोगों, मुख्य साजिशकर्ता छाया शर्मा, उसके पिता नंदकिशोर, साथी योगेश, शिवम और ऋषभ के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस ने दो आरोपियों योगेश और शिवम को गिरफ्तार भी कर लिया है. पुलिस दीगर फरार मुलजिमों की तलाश कर रही है.
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