Iran attack American Military Base: अमेरिका ने ईरान-इजरायल जंग में इजरायल का साथ देते हुए बीते शनिवार की रात ईरान के तीन महत्वपूर्ण परमाणु ठिकानों पर भीषण बमबारी की, जिसके बाद ईरान ने भी अमेरिका के खिलाफ जवाबी हमले का ऐलान कर दिया था. अब ईरान ने करारा जवाबा देते हुए समोवार की रात (23 जून) मिडिल ईस्ट में मौजूद कई अमेरिकी मिलिट्री बेस पर मिसाइलों से अटैक किया है.
ईरान ने कतर में मौजूद अमेरिकी मिलिट्री बेस (अल-उदीद एयर बेस) पर मिसाइलों से हमला किया. अब इस हमले के बाद मिडिल ईस्ट में जंग की संभावनाए बढ़ गई हैं. कतर ने ईरान के इस हमले को संप्रभुता पर हमला करार दिया है. साथ ही कतर ईरान को कड़ी चेतावनी देते हुए जवाबी कार्रवाई करने की धमकी दी है.
दोहा में मौजूद अमेरिकी मिलिट्री एयर बेस पर हमले के बाद कतर ने अपना एयर स्पेस बंद कर दिया है. कतर के विदेश मंत्री के प्रवक्ता डॉ. मजीद बिन मोहम्मद अल-अंसारी ने इस हमले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट में लिखा है, "कतर, ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड (IRGC) के जरिये अल-उदीद एयर बेस को निशाना बनाकर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता है."
कतर ने ईरान पर हमले की धमकी
साथ ही डॉ. मजीद ने ईरान के इस हमले को कतर राज्य की संप्रभुता, उसके हवाई क्षेत्र, अंतर्राष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर का घोर उल्लंघन बताया है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि कतर के पास अंतरराष्ट्रीय कानून के मुताबिक ईरान के जरिये किए गए हमले का जवाब देने का अधिकार है.
साथ ही उन्होंने यह भी जानकारी दी है कि कतर के एयर डिफेंस सिस्ट ने ईरानी मिसाइलों को मार गिरया है. डॉ. मजीद ने कहा कि कतर पहला देश था जो इजरायल की वजह से क्षेत्र में बढ़ते खतरे के खिलाफ चेतावनी दी थी. उन्होंने सैन्य कार्रवाई को रोकने और बातचीत से मामले को हल करने की अपील की है.
ईरान के हमले से नहीं हुआ नुकसान
कतर विदेश मंत्री के प्रवक्ता ने कहा कि ईरान के हमले में कोई भी हताहत नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि हमले के खतरे को देखते हुए अल-उदीद एयर बेस को पहले ही खाली करवा लिया गया था. साथ ही बेस पर कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी जरुरी कदम उठाए गए थे.