Israel attack on Syria: हाल के दिनों में इजराल ने सीरिया के दक्षिणी क्षेत्र में सीरियाई लड़ाकों और उनके टैंकों पर हमला किया. इजरायल ने सीरियाई में मौजूदा जुलानी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि वह सीरिया के सूएदा शहर से अपनी मिल्ट्री तुंतर वापस बुला लें. इसके साथ ही अब इजरायल गाजा की तरह सीरिया में भी स्वास्थ्य कर्मियों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है. इस बात की पुष्टि सीरिया के स्वास्थ्य मंत्री मुसाब अल-अली ने की है. सीरिया के खिलाफ इजरायली हमले बढ़ते जा रहे हैं. इसके बावजूद सीरिया की जुलानी सरकार ने इजरायल के खिलाफ कोई मिल्ट्री एक्शन नहीं लिया है.
सीरिया के स्वास्थ्य मंत्री मुसाब अल-अली ने दावा किया है कि इजरायली सेना सीरिया के सूएदा इलाके में स्वास्थ्य कर्मियों के काफिलें को रोक रहा है. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में चल रहे हर वाहन को IDF के जरिए निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस काफिले में 10 ऐंबुलेंस, 15 सर्जन और दवाई और मेडिकल समाग्री ले जाने वाले ट्रक भी शामिल हैं.
इससे पहले इजरायली सेना सिर्फ दक्षिणी सीरिया के सूएदा इलाके में हमला कर रही थी, लेकिन बीते बुधवार को राजधानी दमिश्क में कई मिलिट्री ठिकानों पर हमले किए गए हैं. IDF ने सीरिया के रक्षा मंत्रालय पर एक के बाद एक कई बम गिराए, जिससे रक्षा मंत्रालय की इमारत खंडहर में तबदील हो गई. साथ ही सीरिया के राष्ट्रपति भवन के नजदीक भी इजरायली सेना ने हमला किया. इसी भवन में सीरिया के नए राष्ट्रपति जुलानी रहते हैं. इन हमलों के बाद सीरिया ने एक बयान जारी करके इजरायली हमले की निंदा की है और कहा कि उन्हें सीरियाई जनता की रक्षा का अधिकार है.
हालांकि मोहम्मद जुलानी ने इजरायल के खिलाफ अभीतक कोई मिलिट्री एक्शन नहीं लिया है. जुलानी सीरिया में राष्ट्रपति के तख्त पर बंदूक के जरिए बैठा है. बशर अल असद सरकार के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह के बाद सीरिया की बागडोर जुलानी के हाथों में है, लेकिन इजरायल सीरिया के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप कर रहा यहां तक कि सीरिया के अंदर उनके मंत्रालय पर हमला कर रहा है और जुलानी सरकार के तरफ से कोई सैन्य कार्रवाई नहीं की गई है. जुलानी ने इजरायल के खिलाफ कड़े शब्दों का इस्तेमाल भी नहीं किया है.