Al Aqsa Mosque: इजरायल के कट्टर नेता और फिलिस्तीनियों के खिलाफ हिंसा के लिए उकसाने वाले इतामार बेन-गवीर (Itamar Ben‑Gvir) तथा वित्त मंत्री बेजालेल स्मोट्रिच के खिलाफ चार देशों ने यात्रा प्रतिबंध लगया दिया है. साथ ही इन देशों अपने मुल्क में मौजूद दोनों नेताओं के संपत्ति को जप्त करने का ऐलान किया है.
लेकिन इस कार्रवाई के एक दिन बाद ही बेन-गवीर ने अपनी हरकतों को फिर से दोहराना शुरू कर दिया है. गैर कानूनी तरीके से जबरन मुस्लमानों के मुकद्दस अल अक्सा मस्जिद के परिसर में बेन-गवीर ने इजरायली सुरक्षा बोलों के साथ प्रवेश किया है. बता दें कि इस कंपाउंड में किसी भी यहूदी का प्रवेश वर्जित है.
अल अक्सा मस्जिद परिसर में किसी भी यहूदी को घुसने की मनाही है. लेकिन नेतन्याहू सरकार में राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री रहे इतामार बेन-गवीर लगातार गैर कानूनी तरीके से जबरन मस्जिद परिसर में दाखिल हो जाते हैं. इसी तर्ज पर बुधवार 11 जून यानी आज भी उन्होंने ये हरकत की है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बेन-गवीर के द्वारा इससे पहले 7 बार ये हरकत किया जा चुका है.
इजरायल के खिलाफ इन मुल्कों ने लिया सख्ता फैसला
गौरतलब है कि बीते मंगलवार 10 जून को चार मुल्कों ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, कनाडा, न्यूज़ीलैंड और नॉर्वे ने इजरायल के कट्टर नेता इतमार बेन गवीर (Itamar Ben‑Gvir) तथा वित्त मंत्री बेज़ालेल स्मोट्रिच के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए प्रतिबंध लगा दिया है. इन चार देशों ने ऐलान किया है कि वह अपने मुल्क में मौजूद इन दोनों कट्टर नेताओं के संपत्ति को फ्रीज करेंगे, और उनके यात्रा पर प्रतिबंध का ऐलान किया है. यह कार्रवाई वेस्ट बैंक में हिंसा को बढ़ावा देने और संयुक्त राष्ट्र कानूनों के उल्लंघ करने के आरोप मे किया गया है.
यरूशलम में इस्लामिक बंदोबस्ती विभाग ने इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि बेन-गवीर इजरायली फोर्सेस के साथ आज अवैध तरीके से मस्जिद परिसर में घुसपैठ किया है. बता दें कि इजरायल ने यरूसलम पर अवैध तरीके से कब्जा कर रखा है, और तेल-अवीव शहर से अपनी राजधानी को स्थानांतरित करके यरूसल को इजरायल की राजधानी घोषित कर दिया. साल 2017 में अमेरिका दुनिया का पहला मुल्क बना, जिसने यरूसलम को इजरायल की राजधानी के रूम में मान्यता दे दी.