नई दिल्ली: हरियाणा और जम्मू- कश्मीर दोनों राज्यों में विधान सभा चुनाव समाप्त हो चुके हैं. इसके साथ ही शनिवार को दोनों राज्यों के एग्जिट पोल के नतीजे भी जारी कर दिए गए. हरियाणा में जहाँ ज्यादातर एग्जिट पोल कांग्रेस की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने का इशारा किया है. वहीँ दूसरी तरफ, एग्जिट पोल ने जम्मू-कश्मीर में खंडित जनादेश की संभावना व्यक्त की है.
नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां)-कांग्रेस गठबंधन को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों में स्पष्ट विजेता के रूप में देखा जा रहा है, लेकिन कुछ मतदान एजेंसियों के एग्जिट पोल में यह बात सामने आई है कि वह बहुमत के आंकड़े से मामूली अंतर से चूक सकती है। शनिवार को जारी किया गया. एग्जिट पोल में कांग्रेस-एनसी को बड़ी पार्टी के तौर पर उभरता दिखाया गया है, लेकिन ये गठबंधन बहुमत के जादुई आकंड़ों को पार करता नहीं दिख रहा है. 90 सदस्यीय इस विधानसभा में त्रिशंकु सदन की संभावना जताई जा रही है.
सर्वे के मुताबिक, कांग्रेस-एनसी गठबंधन को 43 सीटें मिल रही हैं, जो बहुमत के आंकड़े 46 से तीन कम है. इंडिया टुडे-सी वोटर एग्जिट पोल के मुताबिक, नेशनल कांग्रेस (NC)-कांग्रेस गठबंधन को 40-48 सीटें मिलने के इमकान है, जबकि बीजेपी को 27-32 सीटें मिलने की संभावना है. वहीँ, महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) को 6 से 12 सीटें मिलती नज़र आ रही है. वहीँ, अन्य को 6 से 12 सीटें मिलती दिख रही हैं. अन्य में घाटी के स्वतंत्र उम्मीदवार शामिल हैं. अगर वो इतनी सीटों पर जीत दर्ज करते हैं, तो यह उच्च स्ट्राइक रेट हो सकता है.
दैनिक भास्कर सर्वे के मुताबिक, कांग्रेस-एनसी गठबंधन के सबसे बड़े गठबंधन के रूप में उभरने की संभावना है. इसे 35-40 सीटें और बीजेपी को 20-25 सीटें मिलती दिख रही हैं, जबकि पीडीपी सिर्फ 4-7 सीटों पर सिमट सकती है. इन एग्जिट पोल में निर्दलीय समेत अन्य लोग बड़े खिलाड़ी के रूप में उभर सकते हैं. उन्हें 16 सीटों पर जीत का दावा किया जा रहा है.
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पीपुल्स पल्स एग्जिट पोल के मुताबिक, एनसी-कांग्रेस गठबंधन को स्पष्ट जनादेश मिल सकता है. उसे 46-50 सीटें मिलने की संभावना है, जबकि बीजेपी 23-27 सीटों पर सिमट सकती है. पीडीपी को 7-11 सीटें मिलेंगी. सभी सर्वे ने जम्मू क्षेत्र में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिलने की भविष्यवाणी की है, हालांकि कांग्रेस-एनसी गठबंधन भी इस क्षेत्र में चुनौती दे सकता है.
कश्मीर घाटी में जनादेश काफी हद तक एनसी-कांग्रेस गठबंधन की तरफ हो सकता है. खंडित जनादेश की स्थिति में भी, एनसी-कांग्रेस गठबंधन के अपने नजदीकी हरीफ भाजपा से काफी आगे रहने और सरकार बनाने के लिए बेहतर हालत में होने की उम्मीद है.
गौरतलब है कि अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद यूटी में पहली बार चुनाव हुए हैं. जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव तीन चरणों में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को हुए थे. वोटों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी. इसी दिन हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे भी आयेंगे.
उमर अब्दुल्ला ने एग्जिट पोल के पूर्वानुमानों को खारिज किया
उधर, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए एग्जिट पोल के नतीजों को खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि आठ अक्टूबर को गिनती के आखिर में सिर्फ आंकड़े ही सामने आएंगे. अब्दुल्ला ने एक्स पर पोस्ट किया, "मैं आश्चर्यचकित हूं कि चैनल एग्जिट पोल से परेशान हो रहे हैं, खासकर हाल के आम चुनावों की नाकामी मैं चैनलों, सोशल मीडिया, व्हाट्सएप आदि पर सभी शोर को नजरअंदाज कर रहा हूं, क्योंकि मायने रखने वाले आंकड़े 8 अक्टूबर को सामने आएंगे. बाकी सब तो टाइम पास है.''