trendingNow/zeesalaam/zeesalaam02117207
Home >>Zee Salaam ख़बरें

Kisan Andolan: क्या खत्म हो जाएगा किसानों का आंदोलन? सरकार ने दिए ये प्रस्ताव

Kisan Andolan: बीते कल देर रात किसानों और सरकार के दरमियान चौथे दौर की बातचीत खत्म हो गई है. केंद्र सरकार ने किसानों को प्रस्ताव दिया है कि उन्हें 5 साल के लिए MSP की गारंटी दी जाएगी. 

Advertisement
Kisan Andolan: क्या खत्म हो जाएगा किसानों का आंदोलन? सरकार ने दिए ये प्रस्ताव
Siraj Mahi|Updated: Feb 19, 2024, 06:26 AM IST
Share

Kisan Andolan: किसानों और सरकार के दरमियान बीते कल चौथे दौर की बातचीत हुई. केंद्रीय मंत्री पीषूय गोयल ने किसान नेताओं के साथ बातचीत खत्म होने के बाद मीडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा कि सरकार ने सहकारी समितियों NCCF (भारतीय राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ मर्यादित) और NAFED (भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ) को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर दालें खरीदने के लिए किसानों के साथ पांच साल का समझौता करने का प्रस्ताव दिया है. 

चौथे दौर की बातचीत
उन्होंने कहा कि इसके अलावा भारतीय कपास निगम (CCI) की तरफ से MSP पर कपास की फसल खरीदने के लिए किसानों के साथ पांच साल का समझौता करने का प्रस्ताव दिया गया है. गोयल ने बताया कि किसान नेता सरकार के प्रस्तावों पर अपने फैसले के बारे में आज सूचित करेंगे. केंद्रीय मंत्रियों और किसान नेताओं के बीच रविवार शाम को चंडीगढ़ में शुरू हुई चौथे दौर की बातचीत देर रात खत्म हुई. गोयल ने बैठक खत्म होने के बाद कहा कि किसानों के साथ बातचीत अच्छे माहौल में हुई. 

नेताओं को दिए गए प्रस्ताव
उन्होंने कहा, ‘‘हमने सहकारी समितियों NCCF और NAFE को MSP पर दालें खरीदने के लिए किसानों के साथ पांच साल का समझौता करने का प्रस्ताव दिया है.’’ गोयल ने कहा, ‘‘हमने प्रस्ताव दिया है कि भारतीय कपास निगम (CCI) एमएसपी पर कपास की फसल खरीदने के लिए किसानों के साथ पांच साल का समझौता करेगा.’’ किसान उपज के एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी समेत अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं.

पहले भी हुई बातचीत
केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय किसान नेताओं के साथ बैठक के लिए सेक्टर-26 स्थित महात्मा गांधी राज्य लोक प्रशासन संस्थान पहुंचे थे. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी बैठक में शामिल हुए. यह बैठक रात करीब साढ़े आठ बजे शुरू हुई थी. केंद्रीय मंत्रियों और किसान नेताओं के बीच इससे पहले आठ, 12 और 15 फरवरी को मुलाकात हुई लेकिन बातचीत बेनतीजा रही थी. यह बैठक ऐसे वक्त हुई है, जब हजारों किसान अपनी मांगों को लेकर पंजाब और हरियाणा की सीमा पर शंभू और खनौरी में डटे हुए हैं. इसके साथ ही किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश से रोकने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात हैं. 

किसानों की मांगें
MSP के लिए कानूनी गारंटी के अलावा, किसान कृषकों के कल्याण के लिए स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने की मांग कर रहे हैं. इसी के साथ किसान किसानों और खेत मजदूरों के लिए पेंशन और कर्ज माफी, लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों के लिए न्याय, भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 को बहाल करने और पिछले आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा देने की भी मांग कर रहे हैं. 

भाजपा नेताओं के घरों का घेराव
किसानों और मंत्रियों की बैठक से पहले, दिन में संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने ऐलान किया कि फसलों के लिए एमएसपी की कानूनी गारंटी सहित किसानों की मांगों को स्वीकार करने का केंद्र पर दबाव बनाने के लिए मंगलवार से तीन दिन तक पंजाब में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं के आवासों का घेराव किया जाएगा. एसकेएम के नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि वे मंगलवार से बृहस्पतिवार तक सांसदों, विधायकों और जिला इकाइयों के अध्यक्षों सहित भाजपा की पंजाब इकाई के नेताओं के आवासों के सामने विरोध प्रदर्शन करेंगे. 

Read More
{}{}