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Nagpur Violence: नागपुर में धधक उठी औरंगज़ेब के नाम पर सुलगाई जा रही भट्ठी; लोगों से शान्ति की अपील

Nagpur Violence: पिछले एक माह से मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब को लेकर भाजपा और उसके सहयोगी दलों के नेताओं द्वारा की जा रही बयानबाज़ी ने सोमवार की रात हिंसक रूप अख्तियार कर लिया. नागपुर में दो समुदाय आपस में भिड गए. इस हिंसा में कई लोग और पुलिसकर्मी ज़ख़्मी हुए हैं. कई वाहनों को आग लगा दी गई है. प्रशासन दोनों समुदाय से शान्ति- व्यवस्था बनाए रखने की अपील कर रहा है.

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Nagpur Violence: नागपुर में धधक उठी औरंगज़ेब के नाम पर सुलगाई जा रही भट्ठी; लोगों से शान्ति की अपील
Dr. Hussain Tabish|Updated: Mar 17, 2025, 10:56 PM IST
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नागपुर: महाराष्ट्र के औरंगाबाद में मुग़ल शासक औरंगज़ेब को लेकर पिछले कई दिनों से भाजपा और उसके सहयोगी दलों के नेताओं द्वारा की जा रही बयानबाज़ी सोमवार की रात हिंसक हो गई. हिंदूवादी संगठनों के औरंगज़ेब की कब्र पर बुलडोज़र चलाये जाने की मांग को लेकर धरना और प्रदर्शन किया जा रहा था. नागपुर में विहिप और बजरंग दल ने औरंगज़ेब का पुतला फूंका था. इसी बीच अफवाह फ़ैल गयी की इसमें दो लोगों को आग के हवाले भी कर दिया गया है.  इसी को लेकर नागपुर में दो समुदाय के बीच तनाव पैदा हो गया. नागपुर के महल इलाके में हिंसा के दौरान एक जेसीबी मशीन में आग लगा दी गई. दुकानों में तोड़ फोड़ की गई.  पुलिसकर्मी और फायर ब्रिगेड के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं. 

डीसीपी नागपुर अर्चित चांडक ने कहा, "यह घटना कुछ गलतफहमी की वजह से हुई है. स्थिति अभी काबू में है. यहां हमारी फोर्स मजबूत है. मैं सभी से अपील करता हूं कि वे बाहर न निकलें या पत्थरबाजी न करें. पत्थरबाजी हो रही थी, इसलिए हमने बल का प्रदर्शन किया और आंसू गैस का भी इस्तेमाल किया . कुछ वाहनों में आग लगा दी गई, हमने फायर ब्रिगेड को बुलाकर आग बुझाई है. कुछ पुलिस कर्मी घायल हुए, मुझे भी पत्थरबाजी के दौरान पैर में थोड़ी चोट लगी है, लेकिन हम सभी से शांति बनाए रखने का आग्रह करते हैं. अफवाहों पर भरोसा न करें. कानून-व्यवस्था को न बिगाड़ें और पुलिस का समर्थन करें. हम कानूनी कार्रवाई कर रहे हैं." नागपुर के महल इलाके में आग लगाए गए वाहनों में लगी आग को बुझाने के प्रयास जारी हैं. 

केंद्रीय मंत्री और नागपुर के सांसद नितिन गडकरी ने कहा, "कुछ अफवाहों के कारण नागपुर में धार्मिक तनाव की स्थिति पैदा हो गई है. शहर का इतिहास ऐसे मामलों में शांति बनाए रखने के लिए जाना जाता है. मैं अपने सभी भाइयों से आग्रह करता हूं कि वे किसी भी तरह की अफवाहों पर विश्वास न करें और शांति बनाए रखें. सड़कों पर न निकलें. कानून व्यवस्था में सहयोग करें.  मैं आप सभी को आश्वस्त करता हूं कि सरकार उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगी जिन्होंने गलती की है या अवैध गतिविधियों में लिप्त हैं. मुख्यमंत्री को पहले ही इस स्थिति के बारे में सूचित किया जा चुका है, इसलिए मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि अफवाहों पर ध्यान न दें। कृपया पुलिस प्रशासन का सहयोग करें, प्रेम बढ़ाएं और शहर में सकारात्मक माहौल बनाए रखें. यह मेरी आप सभी से विनम्र विनती है."

नागपुर (महाराष्ट्र) हिंसा पर भाजपा विधायक प्रवीण दटके ने कहा, "...मुझे जानकारी मिली है कि बाहर से आए कुछ लोगों ने दो अलग-अलग समुदायों के लोगों के बीच तनाव पैदा करने की कोशिश की है. वाहनों में आग लगा दी गई, पत्थरबाजी की गई...एक खास समुदाय के लोग बाहर से आए और उन्होंने पूरी योजना बनाकर हिंसा की...मुख्यमंत्री खुद स्थिति का जायजा ले रहे हैं...इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए...सुरक्षा बल तैनात हैं...कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं."

 

इससे पहले दिन में मालेगांव के अतिरिक्त जिला कलेक्टर कार्यालय में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की ओर से मांग की गई कि महाराष्ट्र सरकार छत्रपति संभाजी महाराज को यातनाएं देकर उनकी हत्या करने वाले, हिंदू मंदिरों को नष्ट करने वाले और हिंदू महिलाओं पर अत्याचार करने वाले क्रूर औरंगजेब की कब्र को तुरंत हटाए. इस दौरान छत्रपति शिवाजी महाराज और संभाजी महाराज के जयकारे लगाते हुए नारे लगाए गए और औरंगजेब की कब्र को तोड़ने की मांग की गई थी.

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