Maharashtra News: महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के विधायक और सूबे के सदर अबू आसिम आजमी ने मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने और बकरीद को वर्चुअल तरीके से मनाने वाली मांग के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. वर्चुअल बकरीद मनाने की मांग बीजेपी के मंत्री नितेश राणे की थी. साथ ही अबू आजमी ने भाजपा नेता किरीट सोमैया के लाउड स्पीकर वाले बयान पर भी प्रतिक्रिया दी है.
अबू आजमी ने नितेश राणे पर निशाना साधते हुए कहा कि मंदिर में भी बली पर्था है. उन्होंने कहा कि पिछले 1,400 साल से हमारी शरीयत में कुर्बानी की परंपरा है. उन्होंने नितेश राणे का बिना नाम लिए कहा कि कुछ छोटे नेता अपना नाम बनाने के लिए नफरती बयान दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि बकरीद पर दी जाने वाली कुर्बानी कोई गैर-मुसलिम नहीं रोक सकता है.
समाजवादी विधायक आबू आसिम आजमी ने भाजपा नेता किरीट सोमैया पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके पास कोई काम नहीं है, वह समाज में नफरत फैलाने का काम करते हैं. उन्होंने पुलिस पर गंभीर इलाजाम लगाते हुए कहा कि सुमैया के दबाव में आकर काम कर रही है. उन्होंने कहा कि लाउड स्पीकर के लिए कोर्ट का आदेश सभी मजहबों के लिए था, सिर्फ मस्जिदों के लिए नहीं था.
आजमी ने कहा कि सिर्फ मुसलमानों के साथ अन्याय हो रहा है. पुलिस कह रही है कि कोर्ट के दबाव में कार्रवाई हो रही है, लेकिन मेरा मानना है कि भाजपा के दबाव में कार्रवाई हो रही है. उन्होंने कहा कि पूरे मुल्क में लाउडस्पीकर का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन सिर्फ मुंबई में ही मस्जिदों पर क्यों कार्रवाई की जा रही है.
आजमी ने दावा किया कि साल 2014 से मुसलमानों की तमाम चीजों पर पाबंदी लगाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंन ट्रिपल तलाक, लाउडस्पीकर, वक्फ बोर्ड, गाय के नाम पर मुसलमान को मारना, सड़कों पर नमाज का मुद्दा इन सभी को मुसलमानों के खिलाफ पाबंदी लगाने की कोशिश बताया है.