Meerut News: देशभर में इन दिनों कांवड़ यात्रा जोरों पर है. इसी कड़ी में मेरठ और मुजफ्फरनगर समेत उत्तर प्रदेश के कई जिलों में कांवड़ यात्रा निकाली जा रही है. इस यात्रा में भारी भीड़ उमड़ रही है. इस बीच, सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन कुछ धार्मिक स्थलों जैसे मस्जिदों और मजारों को कपड़े से ढक रहा है. प्रशासन के इस फैसले की चारों तरफ आलोचना हो रही है. कुछ लोग इसे धार्मिक भावनाओं से जोड़ रहे हैं.
दरअसल, मेरठ में रुड़की रोड पर एक मजार है और इसी रास्ते से कांवड़ यात्रा निकल रही है. वहीं, सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने इस मजार को टेंट से ढक दिया है. साथ ही मजार के पास पुलिस को तैनात कर दी गई है ताकि कोई विवाद न हो. इससे पहले भी ऐसा कदम कई बार उठाया जा चुका है, ताकि कांवड़ियों और स्थानीय लोगों के बीच कोई गलतफहमी या टकराव न हो.
मुजफ्फरनगर में भी ढक दी गई मस्जिदें
वहीं, उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में भी कुछ मस्जिदों और मजारों को कपड़ों से ढकने की खबरें सामने आई हैं. प्रशासन का कहना है कि यह सब सिर्फ़ सुरक्षा के लिए किया गया है. हर साल कांवड़ यात्रा के दौरान लाखों लोग इन रास्तों से गुज़रते हैं, ऐसे में किसी भी तनाव से बचने के लिए यह एहतियात ज़रूरी है.
होली के टाइम भी ढक दिया जाता है मस्जिद
गौरतलब है कि होली के दौरान देश के कई हिस्सों में प्रशासनिक स्तर पर विशेष सतर्कता बरती जाती है. इसके तहत सुरक्षा के मद्देनजर कई बार मस्जिदों, मजारों या अन्य धार्मिक स्थलों को अस्थायी रूप से ढक दिया जाता है. इसका मकसद किसी भी तरह के विवाद या अफवाह से बचना है. होली जैसे त्योहारों में रंग और हुड़दंग की आशंका ज्यादा रहती है, इसलिए धार्मिक भावनाएं आहत न हों, इसलिए यह उपाय पहले भी कई बार अपनाया जा चुका है.